Healthshots

By Smita Singh 

Published Feb 28, 2024

Cotton Candy Side Effects : बच्चों में टाइप 2 डायबिटीज, कैंसर, हृदय रोगों का जोखिम बढ़ा रही है कॉटन कैंडी

कॉटन कैंडी, जिसे कैंडी फ्लॉस और फेयरी फ्लॉस के नाम से भी जाना जाता है, एक स्पन शुगर कन्फेक्शन है, जो कपास जैसा दिखता है। इसमें आमतौर पर थोड़ी मात्रा में स्वाद या खाद्य रंग शामिल होते हैं। कैंसर सहित यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है।

Image Credits : Adobe stock

क्या है कॉटन कैंडी

इन दिनों कॉटन कैंडी को  बहुत अधिक नुकसानबताया जा रहा है। यह कैंसर पैदा करने वाले तत्व के कारण है। यह मिठाई रोडामाइन बी डाई का उपयोग करके बनाई जाती है। यह दुनिया के कुछ हिस्सों में वर्गीकृत कैंसरकारक बताई जाती है।

Image Credits : Adobe stock

कैंसर पैदा करने वाले तत्व

कैंडी प्रोडक्ट में अक्सर बड़ी मात्रा में आर्टिफिशियल इंग्रीडिएंट्स होते हैं। ये बड़ी मात्रा में सेवन करने पर न केवल हानिकारक हो सकते हैं, बल्कि गंभीर एलर्जी और दमा संबंधी रिएक्शन भी पैदा कर सकते हैं। ये सामग्रियां विभिन्न कलर एजेंट, नॉन -न्यूट्रिशियस कंटेंट, लेड और बहुत कुछ हो सकती हैं।

Image Credits : Adobe stock

आर्टिफिशियल इंग्रीडिएंट्स

 कैंडी और कई अन्य मिठाइयों में तेजी से पचने वाले कार्बोहाइड्रेट होते हैं। प्रोसेस्ड तरल पदार्थ और चीनी हमारे मेटाबोलिज्म द्वारा लगभग तुरंत अवशोषित हो जाते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि होती है।इसके बाद तेजी से कमी आती है। यह कमी स्वीट क्रेविंग्स, सिरदर्द और प्यास को बढ़ा देती है।

Image Credits : Adobe stock

ब्लड शुगर में वृद्धि

 बैक्टीरिया का एक कल्चर स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स है, जो हमारे दांतों में कैविटी बनाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। मिठाइयों के संपर्क में आने के बाद वे बैक्टीरिया हमारे दांतों में चिपक जाते हैं। उन्हें लैक्टिक एसिड में बदल देते हैं, जो धीरे-धीरे हमारे दांतों को नष्ट कर देते हैं।

Image Credits : Adobe stock

दांतों की सड़न

कैंडी में बहुत अधिक कैलोरी और ऊर्जा की मात्रा होती है। बड़ी मात्रा में कैंडी के सेवन के कारण अनिवार्य रूप से मोटापा बढ़ता है या अतिरिक्त मात्रा में कैलोरी जमा हो जाती है। इसे  शरीर जला नहीं सकता है। मोटापा चयापचय पर असर डालता है और स्थायी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

Image Credits : Adobe stock

मोटापा

कैंडी और अन्य मीठे उत्पादों का अत्यधिक सेवन रक्तप्रवाह में शुगर के असंतुलन का कारण बन सकता है। शुगर को प्रोसेस करने के लिए लिवर की क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है। कम कैंडी खाने से डायबिटीज की उपस्थिति को रोका जा सकता है।

Image Credits : Adobe stock

टाइप 2 डायबिटीज

चीनी से भरपूर आहार वजन बढ़ा देते हैं। मोटापा और बड़ी मात्रा में चीनी का सेवन हृदय रोग के खतरे को भी बढ़ा सकती है। इसमें कोरोनरी आर्टरी डिजीज और स्ट्रोक भी शामिल है।

Image Credits : Adobe stock

हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है

चीनी में फ्रुक्टोज कॉम्पोनेन्ट  लिपिड और कार्बोहाइड्रेट मेटाबोलिज्म में गड़बड़ी का कारण बनता है।  चीनी से शरीर का वजन और वसा बढ़ता है। यह लिपिड और कार्बोहाइड्रेट मेटाबोलिज्म के अनियमित होने का भी कारण बनता है। इसके कारण कई रोग हो सकते हैं।

Image Credits : Adobe stock

मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी