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By Anjali Kumari

Published April 17, 2023

World Hemophilia Day 2023 : हीमोफीलिया के बावजूद जिया जा सकता है स्वस्थ जीवन, जानिए कैसे

हीमोफीलिया एक जटिल स्वास्थ्य स्थिति है। जिसमें ब्लड में क्लॉटिंग या थक्के बनने में समस्या होने लगती है। किसी भी तरह की चोट लगने पर सामान्यत: खून बहता है, पर थोड़े समय बाद वह अपने आप क्लॉट होने लगता है। जिसके बाद खून बहना बंद हो जाता है। पर हीमोफीलिया में यह स्थिति नहीं आ पाती। जिसके कारण कई तरह की जटिलताओं का सामना करना पड़ता है।

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हर वर्ष 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस (World Hemophilia Day 2023) के रूप में मनाया जाता है। इसे पहली बार 1989 में मनाया गया था। इस दिन को वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफिलिया के फाउंडर फ्रैंक श्नाबेल का जन्म हुआ था। इसे मानाने का उदेश्य लोगों तक ब्लड क्लॉटिंग और ब्लीडिंग डिसऑर्डर को लेकर जागरूकता फैलाना, प्रभावी चिकित्सा उपचार और उचित देखभाल को बढ़वा देना है।

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विश्व हीमोफीलिया दिवस

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जानलेवा हो सकताी है लापरवाही

हीमोफीलिया ब्लीडिंग डिसऑर्डर है, इस स्थिति में शरीर से बहता रक्त जल्दी नहीं रुकता। किसी दुर्घटना के दौरान यह समस्या जानलेवा हो सकती है। इस स्थिति में खून में एक प्रकार के ब्लड प्रोटीन की कमी हो जाती है, जिस वजह से खून क्लॉट नहीं हो पाता।

जॉइंट्स से ब्लीडिंग होना, जाइंट्स में दर्द, अकड़न और सूजन आना, मुंह और मसूड़ों से ब्लीडिंग होना और इनका आसानी से न रुकना, पेशाब और मल से खून आना, नाक से लगातार खून आना, त्वचा के अंदर ब्लीडिंग होना, कट लगने, सर्जरी और डेंटल ट्रीटमेंट के बाद सामान्य से अधिक ब्लीडिंग होना।

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हीमोफीलिया के लक्षण

नियमित रूप से सुरक्षित शारीरिक गतिविधियां जैसे की स्विमिंग, योग, वॉकिंग में भाग लेना हीमोफीलिया से ग्रस्त व्यक्ति के लिए भी जरूरी है। पर उन्हें फुटबॉल, हॉकी, क्रिकेट जैसे खेलों से बचना चाहिए। इनमें चोट लगने का खतरा बना रहता है।

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एक्सरसाइज जरुर करें

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वैक्सीन लगवाएं

हीमोफीलिया से पीड़ित सभी लोगों को उचित उम्र में हेपेटाइटिस ए और बी का टीका लगवा लेना चाहिए। वैक्सीन के समय ध्यान रखें कि वे पतले नीडल से इंजेक्शन लगवाएं, उसके बाद 5 मिनट तक बर्फ लगाएं रखें। ताकि ज्यादा ब्लीडिंग न हो।

हाई फैट फूड्स, एडेड शुगर, अल्कोहल, पेन किलर और ब्लड थिनिंग मेडिसिन्स, से जितना हो सके दूरी बनाये रखें। फूड लेबल पढ़ने की आदत बनाएं। ये सभी चीजें जॉइंट्स और मांसपेशियों पर दबाव डालती हैं, जिसकी वजह से ब्लीडिंग होने का खतरा बना रहता है।

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अनहेल्दी फूड्स से परहेज रखें

नियमित रूप से आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे की पालक, ब्रोकली, बीन्स, ग्रेन्स, किशमिश का सेवन करें। इनके साथ विटामिन सी लेना न भूलें। विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देता है।

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आयरन और विटामिन सी का ध्यान रखें

यदि आपको हीमोफीलिया है तो किसी भी ऐसी गतिविधि में भाग न लें, जिसमें आपको कट लगने का खतरा हो। शरीर पर लगा एक छोटा सा कट ब्लड लॉस का कारण बन सकता है। खासकर बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

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असुरक्षित गतिविधियों में भाग लेने से बचें

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