By Jyoti Sohi
Published Jan 24, 2025
खराब जीवनशैली और अनियमित खानपान डायबिटीज जैसे लाइफस्टाइल डिसऑर्डर का मुख्य कारण साबित होता है। डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। तेज़ी से बढ़ने वाली ये समस्या बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी भी उम्र के लोगों को अपनी चपेट में ले सकती है। चलिए जानते है डायबिटीज होने के शुरुआती संकेत।
लगातार भूख और थकान
इसमें शरीर भोजन को ग्लूकोज में परिवर्तित करने लगता है। इससे ब्लड सेल्स शरीर में ऊर्जा को बढ़ाते हैं। मगर इसके लिए सेल्स को ग्लूकोज लेने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है। ऐसे में शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बन पाती है, जिससे हर पल थकान और भूख की समस्या बनी रहती है।
बार बार यूरीन पास करना
डायबिटीज़ से ग्रस्त लोगों को फ्रीक्वेंट यूरिनेशन की भी समस्या बनी रहती है। ब्लड शुगर बढ़ने पर यूरिन पास करने के कारण प्यास भी बढ़ने लगती है। दरअसल, बार बार यूरिन पास करना पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं होने का संकेत हो सकता है। इससे असुविधा का सामना करना पड़ता है।
स्किन पर खुजली बढ़ना
शरीर यूरिन करने के लिए तरल पदार्थों का इस्तेमाल करता है। इसके चलते शरीर में डिहाइड्रेट की समस्या बनी रहती है। ऐसे में जहां मुंह सूखने लगता है, तो वहीं त्वचा पर खुजली और रैशेज़ भी बढ़ने लगते हैं। स्किन ड्राई होने से खुजली की समस्या बनी रहती है।
मुंह सुखने की समस्या बढ़ जाना
वे लोग जो डायबिटीज़ से ग्रस्त है, उन्हें ड्राई माउथ की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसमें व्यक्ति को हर थोड़ी देर में प्यास लगने लगती है। पानी की अधिक मात्रा शरीर में यूरिनेशन का कारण साबित होती है और वॉटर रिटेंशन के जोखिम को भी बढ़ा देती है, जिससे सूजन का सामना करना पड़ता है।
मूड स्विंग की समस्या
इंसुलिन एक हार्मोन है, जब शरीर इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग करना बंद कर देता हैए तो शरीर में हार्मोन के स्तर में उतार.चढ़ाव हो सकता है, जिससे हार्मोनल असंतुलन बढ़ने लगता है। इसका प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर दिखता है, जिसके चलते मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन और तनाव का सामना करना पड़ता है।
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