Healthshots
By Smita Singh
Published April 28, 2023
विटामिन बी 12 या कोबालिन रेड ब्लड सेल्स, डीएनए प्रोडक्शन और प्रोटीन बाइंडिंग के लिए जरूरी है। यह प्रोटीन के साथ जुड़ जाता है और छोटी आंत में अवशोषित हो जाता है।
यह ब्रेन और नर्व सेल के कार्य और विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। यह ब्रेन केमिकल प्रोडक्शन को प्रभावित कर मूड बेहतर बनाता है। नर्व फंक्शन के लिए भी यह विटामिन जरूरी है।
विटामिन बी 12 की कमी आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है। इससे आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए विशेषज्ञ इसकी उचित खुराक की सलाह देते हैं।
मांसपेशियाें में कमजोरी, सुन्नता महसूस होना, अचानक वजन कम होना, चिड़चिड़ापन, थकान और बाल झड़ना विटामिन बी 12 की कमी के कारण हो सकते हैं। यह हार्ट रेट को भी प्रभावित करता है।
प्रचलित धारणा यह है कि शाकाहारी लोगों में इसकी कमी हो जाती है। इसके मुख्य आहार स्रोत मांस, मछली और डेयरी प्रोडक्ट हैं। शाकाहारी डेयरी प्रोडक्ट, तो वीगन इसके प्लांट बेस्ड स्रोत लें।
यदि विटामिन बी 12 की कमी को दूर करने के लिए आप प्लांट बेस्ड फ़ूड लेना चाहती हैं, तो केला में सबसे अधिक विटामिन बी 12 पाया जाता है। इसे अपने आहार में नियमित रूप से शामिल करें।
फिश, चिकन, अंडे, मिल्क प्रोडक्ट के अलावा, फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल्स और फोर्टिफाइड न्यूट्रिशनल यीस्ट को आपने नियमित आहार में शामिल करें।
दही, लो फैट मिल्क, फोर्टिफाइड अनाज के अलावा, फोर्टिफाइड प्लांट बेस्ड मिल्क जैसे आलमंड, पीनट मिल्क, कोकोनट मिल्क के नियमित सेवन से विटामिन बी 12 की कमी को दूर किया जा सकता है।
डॉक्टर के परामर्श पर विटामिन बी 12 सप्लीमेंट की उचित मात्रा लें। वयस्कों के लिए इसकी अनुशंसित दैनिक मात्रा 2.4 माइक्रोग्राम है। अच्छी बात यह है कि इसकी अतिरिक्त मात्रा यूरीन से निकल जाती है।