Healthshots
By Anjali Kumari
Published june 21, 2024
वज्रासन करने से हमारे पाचन तंत्र को कई तरह से मदद मिलती है। यह पैर और जांघ और पेट में ब्लड फ्लो को इंप्रूव करता है, जिससे हमारे मल त्याग में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है। वज्रासन हमें गैस और एसिडिटी से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। यह हमारे शरीर द्वारा पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को सुनिश्चित करता है
वज्रासन करने से पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। वहीं कभी-कभार होने वाले दर्द और परेशानी से राहत मिलती है। यह साइटिका की स्थिति में होने वाले लोवर बैक पेन से भी राहत प्रदान करता है।
वज्रासन डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद कारगर साबित हो सकता है। इसका अभ्यास पेनक्रियाज और कोलन जैसे पेट के अंगों को उत्तेजित करता है, जिससे शरीर की इंसुलिन के बनाने की क्षमता में सुधार होता है।
vवज्रासन करने से जांघ और पैर की मांसपेशियों और हमारे कूल्हे, घुटनों और टखनों के आसपास की मांसपेशियों का लचीलापन बढ़ता है। यह इन क्षेत्रों में अकड़न के कारण होने वाले रहमैटिक दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है।
वज्रासन ध्यान का अभ्यास करने के लिए एक अच्छा आसन है। इस मुद्रा का अभ्यास करने से हमारा मन शांत रहता है और हमें भावनात्मक लाभ पहुंचता है। वहीं वज्रासन तनाव को कम कर देता है, एकाग्रता में सुधार करता है और अवसाद और चिंता को दूर रखता है।
वज्रासन तनाव और हाई ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने में मदद करता है। जब ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है, तो हृदय संबंधी समस्याएं हमें परेशान नहीं करती। हृदय संबंधी समस्याओं से ग्रसित व्यक्ति भी इस आसन को कर सकते हैं।
वज्रासन हमारे पाचन को बढ़ाता है और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। इसे बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) और मोटापे को कम करने में प्रभावी पाया गया है। वजन कम करने की कोशिश कर रहे, सभी लोगों को इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।