Healthshots
By Kartikey Hastinapuri
Published Oct 6th, 2023
मुलेठी का पानी भी खांसी और जकड़न को कम करने में मदद करता है। मुलेठी के पाउडर को एक गिलास गर्म पानी के साथ मिलाकर पीने से यह वायुमार्ग में जमे बलगम को ढ़ीला कर देता है, जिससे जकड़न से आराम मिलता है।
गरम पानी पीने से सर्दी और जुकाम में आराम मिलता है। इसे यदि लिए शहद, निम्बू या अदरक के रस के साथ मिलाते हैं तो यह सर्दी और जुकाम को दूर करता है।
हल्दी में खांसी और जुकाम को दूर करने के कई प्रकार के गुण होते हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण गुण कुरक्युमिन होता है। यह एक एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण हैं, जो खांसी और जुकाम के लक्षणों को कम करता हैं।
अदरक खांसी और जुकाम के इलाज में उपयोगी होता है, क्योंकि इसमें विभिन्न गुण होते हैं जो साइनस, गले में खराश, और खांसी को कम करते हैं। अदरक में मौजूद एंटी-वायरल गुण वायरल इंफेक्शन को दूर करने में मदद करते हैं और खांसी और जुकाम के लक्षणों को कम करते हैं।
सूखे जीरे और धनिया को पीसकर इसे गर्म पानी के साथ पीने से सर्दी और जुकाम में आराम मिलता है। सूखा जीरा और सूखा धनिया इम्यून सिस्टम को स्ट्रेंथन करते हैं, जिससे शरीर की क्षमता में सुधार होता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि हो सकती है।
तुलसी के पत्ते सर्दी और जकड़न के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। आप तुलसी की चाय पी सकते हैं। तुलसी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं ,जो शरीर के इंफ्लेमेशन (सूजन) को कम कर सकते हैं, जिससे जकड़न की स्थिति में सुधार होता है।
शहद में ऐसे गुण होते हैं जो कफ को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं, जिससे खांसी कम हो सकती है। वही, शहद एक शांतक्रिया के रूप में काम कर सकता है, जिससे गले की खराश कम हो सकती है।
लौंग एक प्राकृतिक उपचार के रूप में खांसी और गले में खराश को कम करने के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। आप एक लौंग मुँह में रख सकते हैं और धीरे-धीरे चबा सकते हैं. इसके बाद, लौंग का रस गले में पहुंचने पर खांसी से आराम मिलता है।
पानी में नमक डाल के उससे गरारे करना एक प्राकृतिक उपचार है, जिससे गले में होने वाली खराश, गले की सूजन और खांसी से आराम मिलता है और ये समस्या कम हो सकती है।