Healthshots
By Jyoti Sohi
Published Feb 02, 2024
ओवरवेट होना हृदय संबधी समस्याओं का कारण बनने लगता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार शरीर का वज़न ज्यादा होने से हृदय प्रणाली पर दबाव बढ़ने लगता है। बॉडी मास इंडेक्स 25 है तो 5 से 10 पाउंड खोकर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकते हैं।
ब्ल्डप्रेशर को नियंत्रित करने के लिए सुबह उठकर 20 से 30 मिनट का वक्त वर्कआउट के लिए निकालें। अपनी उम्र और एक्सपर्ट से राय लेकर ही एक्सरसाइज़ करें। इससे शरीर में रक्त का प्रवाह नियमित बना रहता है।
मील में हेल्दी फैट को शामिल करने से हाइपरटेंशन की समस्या को कम किया जा सकता है। इसके लिए मौसमी फलों और सब्जियों को डाइट में शामिल करें। इसके अलावा विटामिन, मिनरल, कैल्शियम और आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
चाय और काफी में मौजूद कैफीन तत्व हाइपेरटेंशन की समस्या को बढ़ा देता है। ऐसे में इसके अत्यधिक इस्तेमाल से बचें। इसके नियमित सेवन से आर्टरीज़ में ब्लड का दबाव तीव्रता से बढ़ता है और माइंड एक्टिव होने लगता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना बढ़ने लगती है।
एनआईएच के अनुसार स्मोकिंग को अवॉइड करके हाइपरटेंशन से बचा जा सकता है। दरअसल सिगरेट पीने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती है। इससे हार्ट पर प्रैशर की समस्या बनी रहती है, जो ब्लड प्रैशर को हाई करने का काम करता है।
डाइट में चीनी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को सीमित करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। इससे रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। द बीएमजे के एक रिसर्च के अनुसार वे लोग जो लो शुगर और लो कार्ब डाइट को फॉलो करते हैं। उन लोगों में हृदय रोगों का जोखिम कम होने लगता है।
छोटी छोटी बातों पर लिया गया तनाव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने लगता है। डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन के ज़रिए तनाव को नियंत्रित करें। साथ ही कुछ वक्त पसंदीदा गतिविधियों को करने में बिताएं। इससे शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होने लगते हैं।