By Jyoti Sohi
Published Jul 30, 2024

Healthshots

मीठे और स्पाइसी की क्रेविंग है स्ट्रेस ईटिंग का संकेत, जानिए इसे कैसे कंट्रोल करना 

अक्सर लोग तनाव में ज्यादा खाने लगते हैं। स्ट्रेस के कारण शरीर में होने वाले हार्मोन असंतुलन से स्ट्रेस क्रेविंग का सामना करना पड़ता है। तनाव के कारण लगने वाली भूख को शांत करने के लिए अनहेल्दी फूड की ओर मन आकर्षित होने लगता है। इससे शरीर में मोटापा समेत कई समस्याओं का खतरा बढ़ने लगता है। जानते हैं स्ट्रेस ईटिंग से बचने के आसान उपाय।  

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शारीरिक अंगों में बढ़ने वाली स्टिफनेस तनाव का कारण साबित होती है। बार बार होने वाली थकान से इटिंग हैबिट्स में बदलाव आता है। ऐसे में गर्दन, पैरों के पंजों, हथेलियों और सिर की मसाज करने से तनाव का स्तर कम होने लगता है।

शरीर की मालिश करवाएं 

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मेंटल हेल्थ को बूस्ट करने के लिए व्यायाम के अलावा म्यूज़िक थेरेपी भी कारगर उपाय है। इससे दिनों दिन बढ़ने वाले तनाव को कम किया जा सकता है। साथ ही मेमोरी को बूस्ट करके कंसंट्रेशन की पावर को भी बढ़ाया जा सकता है। संगीत की मदद से कम्यूनिकेशन स्किल्स में भी सुधार आने लगता है।

अच्छा संगीत सुनें

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दिन की शुरूआत योग व ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ से करें। इससे शरीर का संतुलन बना रहता है और व्यक्ति मानसिक समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके बाद समय से ब्रेकफास्ट समेत सभी मील्स लें और कुछ वक्त दोस्तों के साथ गुज़ारें। इसके अलावा अपने पसंदीदा कार्यों को भी समय दें।

हेल्दी रूटीन अपनाएं

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दिनभर में बार बार पानी पीने से शरीर स्वस्थ रहता है और कैलोरी इनटेक से भी बचा जा सकता है। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं। इससे मूड, एनर्जी लेवल और एकाग्रता में सुधार आने लगता है। पानी पीने से शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो उचित ना रहता है।

शरीर को हाइड्रेट रखे

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अनेहेल्दी फूड्स को फ्रूट्स और हेल्दी स्नैक्स से रिप्लेस करें। तनाव से ग्रस्त होने पर कैफीनेटिड बैवरेजिज़ को सूप, डिटॉक्स वॉटर और नारियल पानी से रिप्लेस कर दें। इसके अलावा चिप्स की जगह रोस्डिट सीड्स, मखानों और मूंगफली को खा सकते हैं। मील में हेल्दी आहार को शामिल करने से क्रेविंग्स से बचा जा सकता है।

हेल्दी ईटिंग है ज़रूरी

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मन में बार बार उठने वाले खाने के ख्याल पर रोक लगाने के लिए अपने आप को किसी पसंदीदा एक्टीविटी में  बिज़ी कर लें। इससे ब्रेन का रूझान दूसरे कार्यों की ओर बढ़ने लगता है और भूख को कम किया जा सकता है। अन्य गतिविधियों में शामिल होने से शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होने लगते है।

खुद को व्यस्त रखें

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अपने दिन की शुरूआत एक्सरसाइज़ से करने से शरीर में बढ़ने वाला तनाव कम होने लगता है। स्ट्रेस हार्मोन का स्तर कम होने से मन को शांति मिलती है, जिससे बार बार कुछ खाने की समस्या हल होने लगती है। व्यायाम से शरीर एक्टिव रहता है और मन में उत्साह बना रहता है।

एक्सरसाइज़ करें

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देर तक जागना और फिर सुबह देर तक सोना बॉडी क्लॉक को डिस्टर्ब कर सकते हैं। इससे शरीर में कई समस्याएं बढ़ जाती है। इससे राहत पाने के लिए समय पर सोएं और समय पर जागे। सोने और उठने का समय तय करने से शरीर तनाव, मोटापे, हाई ब्लड प्रेशर से बच सकता है।

 स्लीप पैटर्न फॉलो करें

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इस बात को जानना बेहद ज़रूरी है, कि वो कौन सी चीजें हैं, जो स्ट्रेस ईटिंग को बार बार ट्रिगर करती हैं। इससे तनाव को कम करने स्ट्रेस इटिंग से राहत मिल सकती है। इससे तनाव का स्तर कम होने लगता है और शरीर में बढ़ने वाली कैलोरी की मात्रा को भी रोका जा सकता हे। , हाई ब्लड प्रेशर से बच सकता है।

स्ट्रेस ट्रिगर्स को पहचानें

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