By Anjali Kumari
Published Dec 11, 2024
सफेद तिल में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपकी सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद साबित हो सकते हैं। विशेष रूप से यह महिलाओं की सेहत के देखभाल में मदद करता है। हड्डियों से लेकर त्वचा की सेहत तक इसके कई फायदे हैं। रोजाना 1 से 2 चम्मच तिल का सेवन महिलाओं को कई फायदे प्रदान कर सकता है। तो चलिए जानते हैं, सफेद तिल के फायदे।
हड्डियों को मजबूती देता है
सफेद तिल कैल्शियम, मैग्नीशियम और जिंक का एक समृद्ध स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व मजबूत और स्वस्थ हड्डियों के निर्माण में मदद करते हैं। महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम भी बढ़ जाता है, ऐसे में तिल का सेवन उनकी सहायता कर सकता है।
त्वचा एवं बालों की सेहत में सुधार करे
तिल के बीज आवश्यक फैटी एसिड और विटामिन ई जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो त्वचा को ग्लो प्रदान करता है, और बालों में चमक जोड़ता है। यह त्वचा एवं बालों की समग्र सेहत में सुधार कर सकता है।
एक स्वस्थ हृदय के निर्माण में मदद करे
तिल के बीज में हेल्दी फैट मौजूद होते हैं विशेष रूप से यह पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनोअनसेचुरेटेड फैट का एक अच्छा स्रोत है। तिल के बीज खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं, और हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं।
हार्मोंस रहते हैं संतुलित
तिल के बीज में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, एक प्लांट कंपाउंड जो शरीर में एस्ट्रोजन की तरह काम करते हैं। ये हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं, खासकर मेनोपॉज के दौरान जब एस्ट्रोजन का स्तर स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है। यह हॉट फ्लैश और मूड स्विंग जैसे लक्षणों को कम कर देता है।
वेट मैनेजमेंट में मदद करता है
तिल में कैलोरी की सीमित मात्रा पाई जाती है। वहीं इसके बीज में मौजूद फाइबर और प्रोटीन की मात्रा आपको लंबे समय तक संतुष्ट रहने में मदद करते हैं। जिससे अनचाही क्रेविंग्स नहीं होती और वेट लॉस में मदद मिलती है। यदि आप वेट लॉस डाइट पर हैं, तो इन्हें हेल्दी स्नैक्स के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
इम्युनिटी बूस्ट करता है
ज़िंक, आयरन और सेलेनियम जैसे इम्यूनिटी बूस्टिंग पोषक तत्वों से भरपूर तिल के बीज महिलाओं को संक्रमण से लड़ने और उनकी प्रतिरक्षा सुरक्षा को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। ये पोषक तत्व सफ़ेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने के लिए ज़रूरी हैं।