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By Anjali Kumari

Published July 21, 2023

गर्मी, उमस, अपच और हॉट फ्लैश से राहत दिला सकते हैं ये 7 कूलिंग मसाले

तपती गर्मी के बाद बरसात के इस उमस भरे मौसम में शरीर का तापमान अंदर से बढ़ने लगता है। ऐसे में पाचन संबंधी समस्याएं होने से लेकर त्वचा पर भी बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। ज्यादातर लोग इन मसलों को गर्म मानते हैं और इनसे पूरी तरह से परहेज रखना शुरू कर देते हैं। परंतु कुछ ऐसे भी कूलिंग प्रॉपर्टी युक्त मसलें हैं, जो आपके शरीर को अंदर से ठंडक प्रदान करते हैं।

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सौंफ़ के बीज में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता हैं। इनके सेवन से गर्मी के कारण शरीर में होने वाले सूजन कम हो जाते हैं। वहीं गर्मी के कारण सीने में जलन और अपच हो सकता है, ऐसे में सौंफ़ के बीज आपके शरीर को इनसे लड़ने में मदद करते हैं। यह पाचन में सुधार करता है और एसिडिटी की समस्या में कारगर होता है।

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सौंफ

मेथी के बीज छाले, चकत्ते उल्टी जैसी असुविधाओं को कम करने के लिए उत्कृष्ट माने जाते हैं, यह समस्याएं आमतौर पर अधिक गर्मी के कारण होती हैं। इन बीजों का नियमित सेवन शरीर के तापमान को कम करने और अंदरूनी ठंडक प्रदान करने में मदद करता है। इसे पानी में उबालकर रात भर ठंडा होने के लिए रख दें और सुबह इसका पानी पिएं।

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मेथी के बीज

अमचूर कच्चे सूखे आम से बना पाउडर है, जो स्वाद में हल्का खट्टा और मीठा होता है। यह मसाला एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस है और इसकी तासीर ठंडी होती है। इस प्रकार यह शरीर को अंदर से ठंडक प्रदान करता हैं। वहीं गर्मी के कारण होने वाली त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे कि मुंहासे, तैलीय त्वचा में प्रभावी रूप से कार्य करता है।

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अमचूर (सूखा आम पाउडर)

जीरा शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और एसिडिटी और गैस की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। नींबू सोडा और लस्सी जैसे कूलिंग ड्रिंक्स में पिसा हुआ जीरा पाउडर मिलाएं। यह आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद करते हैं और आपके शरीर पर गर्मी के प्रभाव को कम कर देते हैं। इसके अलावा आप चाहे तो सीधा जीरे का सेवन भी कर सकती हैं।

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जीरा

धनिया के बीज पाचन तंत्र को साफ रखने में मदद करते हैं। यह आपके शरीर को अंदरूनी ठंडक प्रदान करते हैं साथ ही इनमें शरीर के तापमान को कम करने की क्षमता होती है। धनिये के बीज में डायफोरेटिक गुण होते हैं जो बुखार से राहत दिला सकते हैं।

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धनिया के बीज

ऐसी बहुत कम जड़ी-बूटियां हैं जो पुदीने जितनी बहुमुखी हों। इसमें पर्याप्त मात्रा में मेंथॉल पाया जाता है, जिसका उपयोग सीने में दर्द और अपच के इलाज के रूप में किया जा सकता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के लिए हर्बल दवा में पेपरमिंट ऑयल का भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। आप इसकी मदद से कूलिंग ड्रिंक्स बना सकती हैं, साथ ही चटनी के रूप में इसका सेवन बेहद फायदेमंद रहेगा।

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पुदीना की पत्तियां

इलायची में मौजूद एक्टिव कंपाउंड शरीर से हार्मफुल केमिकल्स और टॉक्सिंस को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं। इससे शरीर को अंदर से ठंडक मिलती  है। यह आपकी पाचन प्रक्रिया को आसान बना देता है, जी मचलना और सीने में जलन से लड़ता है,  जिससे आपके शरीर को आराम और ठंडक पहुंचती है।

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इलायची

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