Healthshots
By Anjali Kumari
Published July 28, 2023
सभी खाद्य पदार्थों में आवश्यकता अनुसार नमक मौजूद होता है परंतु फिर भी यदि टेबल साल्ट सामने दिख जाए तो हम खाने में और ज्यादा नमक मिला लेते हैं। जिस वजह से हमारी डाइट में सोडियम की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ जाती है। सोडियम की अधिकता ब्लड प्रेशर को अनियंत्रित कर देती है। वहीं यह आपके शरीर में कैल्शियम की कमी का कारण भी बन सकती है।
व्हाइट ब्रेड और मैदा ब्रेड ब्रेकफास्ट का एक सबसे आसान विकल्प बन गया है। मैदे से बने व्हाइट ब्रेड का अधिक सेवन वजन बढ़ने की समस्या से लेकर डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और इन्सुलिन रेजिस्टेंस जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। वहीं मैदा आपके भूख को कम करने की जगह इसे बढ़ा देता है और मीठे की क्रेविंग्स को भी बढ़ावा देता है।
आपकी डाइनिंग टेबल पर रखे सॉस और केचप जिसे आप ज्यादातर खाद्य पदार्थों के साथ लेना पसंद करती है, आपको बता दें कि इनमें कई प्रकार के केमिकल्स और प्रिजर्वेटिव मौजूद होते हैं जो आपकी सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं। केचप में शुगर, साल्ट, फ्रुक्टोज, प्रिजर्वेटिव और कॉर्न सिरप मौजूद होते हैं, यह सभी इनग्रेडिएंट्स एसिडिटी की समस्या और पेट में जलन पैदा कर सकते है।
अक्सर हम खाने के बाद सोडा ड्रिंक लेते हैं। ऐसा करना मोटापा, डायबिटीज, कैविटी और इंफेक्शन जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। इसी के साथ ही ब्लोटिंग इससे होने वाले सबसे बड़े नुकसानों में शामिल है। इसलिए यदि आपको भी खाने के बाद या किसी भी समय सॉफ्ट ड्रिंक पीने की क्रेविंग्स होती है, तो इसे अपने फ्रिज और डाइनिंग टेबल से इसे हमेशा के लिए अलविदा कह दें।
आजकल ज्यादातर लोग चीनी की जगह आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। परंतु यह आपके लिए फायदेमंद होने की जगह वजन बढ़ने, ब्रेन टयूमर, ब्लैडर कैंसर और कई अन्य तरह की स्वास्थ्य समस्यायों का कारण बन सकता है।आर्टिफिशियल स्वीटनर खाने के बाद भी आपको संतुष्टि नहीं मिलती और मीठे की क्रेविंग्स हो सकती है, साथ ही इससे ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ सकता है।