Healthshots
By Anjali Kumari
Published May 16, 2023
धनिया के बीज आपके पाचन के लिए कमाल के होते हैं। यह पेट में बनी गैस और एसिडिटी से राहत पाने में मदद करते हैं साथ ही ब्लोटिंग की समस्या में भी कारगर होते हैं। धनिया के पानी का नियमित सेवन पेट संबंधी तमाम परेशानियों का एक उचित समाधान है।
सौंफ के बीज आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो इन्हे सूजन, गैस और पेट के ऐंठन को कम करने के लिए एक प्रभावी हर्ब बनाते हैं। इसके नियमित सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रणाली की मांसपेशियों को आराम पहुंचता है।
अदरक पाचन संबंधी तमाम परेशानियों का एक उचित उपाय है। अदरक की चाय या पानी का सेवन पेट दर्द को कम करते हुए मोशन सिकनेस की स्थिति में सहायक होता है। साथ ही, पेट की गैस और सूजन को भी कम करता है।
हल्दी को भोजन में शामिल करने से आंत-विशिष्ट लाभ प्राप्त होते हैं। यह अपच से जुडी समस्यायों के रोकथाम के रूप में काम करती है। इसके एंटिफंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण एलर्जी, डायबिटीज, गठिया और अल्जाइमर से लड़ने में सहायक होते हैं।
गैस और सूजन से लड़ने में जीरा आपकी मदद कर सकता है। जीरे का नियमित सेवन अपच और एसिडिटी से निपटने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है। वहीं जीरा आयरन से भरपूर होता है और बॉडी टॉक्सिन्स को रिमूव करने में मदद करता है। साथ ही आंतों को भी साफ और स्वस्थ रखता है।
दालचीनी आंत की सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है। दालचीनी के पानी का नियमित सेवन टॉक्सिन्स को रिमूव करते हुए आंतो की सेहत को बनाए रखता है। एक सिमित मात्रा में ही दालचीनी को डाइट में शामिल करें, इसकी अधिकता सेहत के लिए उचित नहीं होती।
लौंग को कई वर्षों से स्ट्यू, सूप, रोस्ट और चाय के लिए एक लोकप्रिय हर्ब के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। लौंग में मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी आंतों में मौजूद बैक्टीरिया को संतुलित रखने के साथ ही पाचन संबंधी तमाम परेशानियों के उचित उपचार के रूप में काम करती है।
आमतौर पर तेज पत्ता एशिया और अमेरिका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। पाचन क्रिया पर तेज पत्ते का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह आपके शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) की स्थिति में भी कारगर होता है।
इलाइची को पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक लोकप्रिय मसाले के तौर पर जाना जाता है। इसके एंटीऑक्सिडेंट, एंटीस्पास्मोडिक और एंटी इन्फ्लामेट्री प्रभाव गैस, ऐंठन और उल्टी जैसे पाचन संबंधी समस्यायों में प्रभावी रूप से काम करते हैं।
पुदीने की पत्तियों का सेवन अपच के लक्षण जैसे सूजन, गैस और एसिडिटी से राहत पाने में प्रभावी रूप से काम करता है। यह पेट को आराम पहुंचता है, साथ ही लीवर और आंतों को मजबूत करने के लिए एक प्रभावी हर्ब के रूप में जाना जाता है है।