By Jyoti Sohi
Published Nov 07, 2024
सुबह उठकर ब्रह्ममुहर्त में सूर्यदेव की उपासना करने का विधान है। हिंदू मान्यताओं और परंपराओं का धार्मिक महत्व होने के अलावा साइंटिफिक महत्व भी है। इससे न केवल इम्यून सिस्टम को मज़बूती मिलती है बल्कि शारीरिक और मानसिक विकास में भी फायदेमंद है। सूर्य कि किरणें ब्रेन को रिलैक्स रखले के अलावा हार्मोन को संतुलित रखने में मदद करती है। जानते हैं सूर्य की रोशनी से स्वास्थ्य को मिलने वाले अन्य फायदे।
मेंटल हेल्थ को करे बूस्ट
नेशनल इंस्टीट्यूट आूफ हेल्थ के अनुसार उगते सूरज की रोशनी से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है। इससे शरीर में नींद न आने की समस्या, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम और मौसमी तनाव से राहत मिलती है। सुबह की धूप मूड बूस्टर के रूप में कार्य करती है। इससे ब्रेन दिनभर एक्टिव रहता है और वर्क प्रोडक्टीविटी प्रभावित होती है।
हड्डियों को बनाए मज़बूत
सूर्य की किरणों से जहां शरीर को विटामिन डी की प्राप्ति होती है, तो वहीं कैल्शियम के एब्जॉर्बशन में भी मदद मिलती है। इससे हड्डियों की मज़बूती बढ़ती है और दांतों से जुड़ी समस्याएं भी हल होने लगती हैं। नियमित रूप से सुबह की धूप सेंकने से ओस्टिपिरोसिस के खतरे से बचा जा सकता है। इसके अलावा चोटिल होने का खतरा भी कम होने लगता है।
स्लीप साइकल में होता है सुधार
धूप मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे सर्कैडियन लय प्रभावित होती है और नींद न आने की समस्या हल होने लगती है। मेलाटोनिन हार्मोन पीनियल ग्लैंड में बनता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार आने लगता है। बायोलॉजिकल क्लॉक को बनाए रखने के लिए सर्दी के मौसम में खासतौर से कुछ वक्त सुबह की धूप अवश्य लें।
इम्यून सिस्टम को करे बूस्ट
सुबह उठकर कुछ वक्त प्रकृति के नज़दीक बिताने से बैक्टीरिया का प्रभाव कम हो जाता है। ऐसे में अस्थमा और एलर्जी का जोखिम कम हो जाता है। साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार आने लगता है और शरीर मौसमी संक्रमण से भी बचा रहता है।
ब्लड प्रेशर को करे नियंत्रित
यूवी रेज़ की मदद से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड की उपलब्धता बढ़ने लगती है। इससे रक्त वाहिकाओं के संकुचन को कम करके ब्लड का प्रवाह नियमित बना रहता है। इससे शरीर में दिल का दौरा, स्ट्रोक और किडनी फेलियर का खतरा कम हो जाता है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से भी बचा जा सकता है।