By Jyoti Sohi
Published Sep, 2024
लगातार लंबे वक्त तक काम करने से शारीरिक और मानसिक थकान बढ़ने लगती है। इसका असर ओवरऑल हेल्थ पर दिखने लगता है। शरीर धीरे धीरे थकान, कमज़ोरी और तनाव का शिकार होने लगता है। ऐसे में शरीर को रिफ्रेश रखने के लिए सेल्फ केयर बेहद आवश्यक है। जानते हैं वो संकेत जो बताते हैं कि आप है ओवरवर्क लोड का शिकार।
एनर्जी में कमी महसूस करना
देर तक काम करने से अधिकतर लोग संपूर्ण आहार और पूरी नींद नहीं ले पाते है। ओवरवर्क के चलते शरीर को विटामिन और मिनरल की कमी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में शरीर ओवरएगजर्शन का शिकार हो जाता है और थकान महसूस करने लगता है। शरीर को रिएनरजाइज़ करने के लिए शरीर का ख्याल रखना आवश्यक है।
प्रोडक्टिविटी कम होते जाना
शरीर को आराम न मिल पाने से वर्क एंग्ज़ाइटी बढ़ने लगती है। इससे फोकस न कर पाने की समस्या का सामना करना पड़ता है और मन एकाग्र नहीं हो पाता है। ओवरवर्क का असर कार्य की गुणवत्ता और प्रोडक्टीविटी दोनों पर ही दिखने लगता है। ऐसे में एक्सरसाइज़ को रूटीन में शामिल करें।
नींद आने में परेशानी महसूस होना
ओवरवर्क के चलते शरीर को आराम न मिलने से नींद की कमी बढ़ने लगती है। इसके चलते इनसोमनिया समेत स्लीप डिसऑर्डर का सामना करना पड़ता है। साथ ही व्यक्ति काम के दौरान दिनभर थकान और कमज़ोरी महसूस करता है। इससे नींद की गुणवत्ता कम होने लगती है और रातभर नींद की कमी बनी रहती है। ऐसे में दिन के वक्त नैप लेने से बचें।
मूड स्विंग का सामना करना
काम का अतिरिक्त बोझ तनाव का संकेत होता है। इसके चलते शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिसके चलते मूड स्विंग की समस्या बनी रहती है। बेवजह उदास रहना और खुद को आइसोलेट करना शरीर में बढ़ती थकान का कारण बनने लगता है। ऐसे में कुछ वक्त दोस्तों के साथ बिताएं।
बार-बार बीमार पड़ना
शरीर में बढ़ने वाली स्टिफनेस, हाई ब्लड प्रैशर और खून की कमी ओवरवर्क का संकेत होते है। देर तक एक ही पोश्चर में बैठकर काम करने से शरीर खुद को बीमार महसूस करता है और काम में मन नहीं लग पाता है। ऐसे में 6 से 8 घंटे की नींद लें और कुछ समय अपने लिए निकालें।