By Jyoti Sohi
Published Aug, 2024
शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। विटामिन ए एक फैट सॉल्यूबल पोषक तत्व है। शरीर में इसकी कमी के चलते दृष्टि, प्रतिरक्षा प्रणाली, थकान, प्रजनन क्षमता और स्किन संबधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जानते है वो लक्षण जो शरीर में विटामिन ए की कमी की ओर इशारा करते हैं।
त्वचा का रूखापन
स्किन ड्राइनेस को कम करने के लिए विटामिन ए का सेवन अवश्य करें। इससे स्किन सेल्स को बढ़ाने और रिपेयर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा खुजली और इंफ्लामेशन को भी कम किया जा सकता है। शरीर में विटामिन ए की कमी एक्जिमा का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में आहार में लाल और पीले फल व हरी पत्तेदारी सब्जियों को शामिल करें।
आई ड्राइनेस का बढ़ना
विटामिन ए की कमी से कॉर्निया ड्राइ होने लगता है। इसके चलते कॉर्निया और रेटिना डैमेज का जोखिम बढ़ने लगता है। इसके अलावा नाइट ब्लाइंडनेस का खतरा भी बढ़ जाता है। आहार में विटामिन की कमी इस समस्या को बढ़ाती है। ऐसे में विटामिन ए का सेवन करने से आंखे मॉइश्चर प्रोड्यूस करती हैं, जिससे कॉर्निया को ल्यूब्रिकेट करने में मदद मिलती है।
छाती और गले का संक्रमण
विटामिन ए के सेवन से फैट सॉल्यूबल माइक्रोन्यूट्रिएंटस की प्राप्ति होती है। इससे इम्यून सिस्टम को मज़बूती मिलती है, जिससे छाती और गले में संक्रमण का खतरा कम होने लगता है। इसके अलावा शरीर में बढ़ने वाली थकान कम होने लगती है और शरीर एक्टिव और हेल्दी रहता है। मौसमी संक्रमण से बचने के लिए आहार में विटामिन ए रिच फूड्स को शामिल करें।
घाव भरने की क्षमता कम होना
चोटिल होने पर विटामिन ए की कमी के चलते शरीर में एंटीबॉडीज़ का उत्पादन कम होने लगता है। इसके चलते हड्डियों में बढ़ने वाली इंफ्लामेशन और घाव को ठीक होने में समय लगता है। इसके अलावा कोलेजन की कमी के चलते स्किन रिपेयर सेल्स का कार्य धीमा होने लगता है, जिससे घाव को भरने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है।
ग्रोथ में रूकावट आना
विटामिन ए की कमी से शरीर में फैट सॉल्यूबल विटामिन की मात्रा कम होने लगती है। जो बच्चों की ग्रोथ में रूकावट का कारण बन जाती है। इससे बच्चों का शारीरिक विकास धीमा हो जात है, जिससे बच्चों की सेहत से लेकर लंबाई तक प्रभावित होती है। नियिंमत रूप से विटामिन ए के सेवन से बच्चों को पोषण की प्राप्ति होती है।