By Jyoti Sohi
Published Nov 22, 2024
अधिकतर लोग सर्दियों में सुबह की ठंड से बचने के लिए रात में हेयरवॉश करते हैं। इससे बालों की स्टाइलिंग में जहां आसानी होती है, तो वही बालों की ग्रोथ से लेकर उनकी चमक तक सब कुछ प्रभावित होने लगती है। दरअसल, बालों के पूर्ण रूप से न सूखने के चलते उनमें एलर्जी से लेकर संक्रमण का खतरा बनता रहता है। अगर आप भी सुबह की ठिठुरन से बचने के लिए रात को सिर धोती हैं, तो इन समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।
बाल ज्यादा ड्राई हो जाते हैं
रात के वक्त बाल धोने से वे पूरी तरह से नहीं सूख पाते हैं। इससे बालों का टैक्सचर प्रभावित होने लगता है और दो मुंहे बालों की समस्या बढ़ जाती है। बालों के पूरी तरह से न सूख पाने के कारण न केवल हेयर शाइन कम होने लगती है बल्कि बालों का रूखापन बढ़ने लगता है। इसके अलावा वे लोग जो रात में बाल धोते हैं, उन्हें ग्रीसी हेयर का भी सामना करना पड़ता है।
स्कैल्प एलर्जी का जोखिम
रात में बाल धोने से स्कैल्प गीला रहता है, जिससे एलर्जी का जोखिम बना रहता है। धूप में बाल सुखाने से पॉल्यूटेंटस और एलर्जन का खतरा कम हो जाता है। मगर रात भर रहने वाले गीले बालों से एलर्जी के चलते स्कैल्प पर रेडनेस और इचिंग बढ़ने लगती है।
डैंड्रफ का खतरा
बालों का गीलापन फंगल इंफेक्शन का जोखिम बढ़ाने लगता है। दरअसल, संक्रमण से स्कैल्प का रूखापन बढ़ता है, जिससे डैंड्रफ की समस्या बनी रहती है। रूसी से राहत पाने के लिए रात को बालों को धोने की जगह ऑयल अप्लाई करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
हेयर लॉस का जोखिम
गीले बालों के साथ सोने से करवट बदलने के दौरान हेयरलॉस का सामना करना पड़ता है। इसके चलते फॉलिकल्स में कमज़ोरी बढ़ने से बाल टूटने और झड़ने लगते है। इससे हेयर डेंसिटी प्रभावित हेती है औश्र बालों का टैक्सचर भी खराब होने लगता है।
उलझकर टूट सकते हैं
वे लोग जिनके बालों की लंबाई ज्यादा है। उनके लिए गीले बालों के साथ सोना परेशानी भरा बनने लगता है। इससे अगली सुबह बालों में ढ़रों उलझनों का सामना करना पड़ता है। उलझनों को निकालने से बालों की जड़ें प्रभावित होती है, जिससे हेयरलॉस का सामना करना पड़ता है।