Healthshots
By Jyoti Sohi
Published Jan 19, 2024
सर्द हवाओं की चपेट से खुद को बचाए रखने के लिए बाजार में ऑयल, इंफ्रारेड और गैस हीटर उपलब्ध है। इससे कमरे को आसानी से गर्म किया जा सकता है। मगर देर रात तक इसे चलाने से शरीर को कई प्रकार के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
कार्बन मोनोआफक्साइड का स्तर बढ़ने से सांस लेने में तकलीफ और धड़कन तेज़ होने की समस्या बढ़ सकती है। इससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा सीने में दर्द भी बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है।
देर रात तक रूम हीटर को चलाने से त्वचा का रूखापन बढ़ जाता है। इससे स्किन की नमी छिन जाती है और त्वचा में शुष्कता बढ़ने लगती है। गर्म हवा त्वचा पर मौजूद नेचुरल ऑयल को सोख लेती हैं, जिससे खुजली, रैशेज और त्वचा पर जलन बढ़ने लगती है।
घण्टों रूम हीटर चलते के बाद बाहर निकलते ही शरीर के तापमान में बदलाव आने लगता है और ठिठुरन महसूस होती है, जो सेहत का नुकसान पहुंचाता है। इससे शरीर पर उसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे बुखार और सर्दी जुकाम होने की संभावना रहती है।
अगर आप किसी प्रकार की रेस्पिरेटरी एलर्जी या फिर अस्थमा के मरीज़ है, तो रातभर हीटर चलाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे गले का रूखापन बढ़ने लगता है, जो सांस लेने में तकलीफ और बार बार खांसी का कारण साबित होता है।
हीटर की गर्म हवा आंखों में लगातार इचिंग और रेडनेस का कारण साबित हो सकती है। लंबे वक्त तक हीटर में रहने से आंखों में खुजली की समस्या बढ़ने लगती है, जिससे आंखों में जलन और पानी आने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में ज्यादा देर तक गर्म हवा में रहना स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
सबसे पहले देर तक हीटर चलाने से बचें और शुष्कता से बचने के लिए हाथों व पैरों को मॉइश्चराइज़ अवश्य करें। इसके अलावा अस्थमा व हृदय रोग से ग्रस्त लोगों को हीटर के नियमित इस्तेमाल से बचना चाहिए। इससे सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द की परेशानी बढ़ सकती है।