आपकी सेहत के लिए घातक हो सकता है टेस्ट बढ़ाने वाला अजिनोमोटो, जानिए इसके जोखिम
आमतौर पर प्रोसेस्ड फूड मेंअजिनोमोटोका प्रयोग किया जाता है। टेस्ट मेकर के तौर पर रेसिपीज में एड किए जाने वाले इस खाद्य पदार्थ का इस्तेमाल सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होता है। ये एमएसजी सोडियम और ग्लूटामिक एसिड से बना यौगिक है। जानते है शरीर पर होने वाले इसके प्रभाव।
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अजिनोमोटो किसे कहते हैं
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एनआईएच की रिपोर्ट के अनुसार अजीनोमोटो की गिनती अमीनो एसिड में की जाती है। इसे ग्लूटामिक एसिड कहा जाता है। एशियाई व्यंजनों में भरपूर मात्रा में इसका प्रयोग किया जाता है। इस क्रिस्टल नुमा पदार्थ को बीटरूट, कॉर्न व शुगरकेन से तैयार किया जाता है।
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माइग्रेन को बढ़ाएं
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ज्यादा मात्रा में अजीनोमोटो का सेवन करने से शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति पैदा होने लगती है। इसमें मौजूद सोडियम की मात्रा डिहाइड्रेट का खतरा बढ़ा देती है। इससे माइग्रेन की समस्या का जोखिम बढ़ने लगता है।
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मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर का कारण
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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अजिनोमोटो का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर का खतरा बना रहा है। रिसर्च के अनुसार इसके सेवन से हाई ब्लड शुगर लेवल का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही मोटापे की संभावना भी बढ़ने लगती है।
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मेंटल हेल्थ को करें प्रभावित
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अजिनोमोटो यानि मोनो सोडियम ग्लूटामेट को आहार में सम्मिलित करने से मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होने लगता है। ये ब्रेन में न्यूरोट्रांसमीटर के तौर पर काम करता है। इसकी अधिक मात्रा लेने से नर्व सेल्स को ओवरस्टिम्यूलेट कर देता है। इससे सेल डैमेज होने लगते हैं।
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बार बार पसीना आने की समस्या
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अजीनोमोटो का सेवन करने से चेहरे और गर्दन पर स्वैटिंग का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा सिरदर्द, थकान और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती है। एनआईएच की रिपोर्ट के अनुसार 3 ग्राम या उससे ज्यादा मात्रा में अजिनोमोटो खाना नुकसानदायक साबित होता है।
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एनर्जी के स्तर को घटाए
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इसके सेवन से एपिटाइट लो होने लगता है, जिससे पेट भरा हुआ महसूस होता है। भूख कम लगने से शरीर में एनर्जी का स्तर घट जाता है। इसके कारण शरीर को पर्याप्त कैलोरीज की मात्रा नहीं मिल पाती है। इसके अलावा शरीर में मोटापा भी बढ़ने लगता है।