By Jyoti Sohi
Published Aug, 2024

Healthshots

समुद्री नमक से ज्यादा फायदेमंद है सेंधा या चट्टानी नमक, जानिए इसकी वजह 

व्रत के दौरान सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। मिनरल्स से भरपूर सेंधा नमक शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद है। इससे न केवल शरीर का मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है बल्कि ओरल हेल्थ से लेकर मसल्स की मज़बूती बढ़ाने में भी मदद करता है। जानते हैं चुटकी भर सेंधा नमक किस तरह से स्वास्थ्य को पहुंचाता है फायदा।

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ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद

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सेंधा नमक में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जिससे दांतों में प्लाक की समस्या से मुक्ति मिलती है।  एसिडिक खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों के सेवन के बाद गुनगुने पानी में सेंधा नमक को मिलाकर कुल्ला करने से दांतों से जुड़ी समस्याएं कम होने लगती है। इससे दांतों पर दिखने वाले पीले दाग और दर्द की समस्या हल हो जाती है। 

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मांसपेशियों की ऐंठन से राहत

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शरीर में मिनरल्स की कमी मसल्स के फंक्शन को प्रभावित करती है, जिससे मसल्स क्रैप्स का खतरा बना रहता है। सेंधा नमक के सेवन से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बना रहता है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है और मांसपेशियों की मज़बूती बनी रहती है। ऐसे में आहार में सेंधा नमक को शामिल करना फायेदमंद साबित होता है 

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डाइजेशन को करे बूस्ट

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सेंधा नमक का सेवन करने से शरीर को विटामिन और मिनरल्स की प्राप्ति होती है, जिससे पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है। इसके सेवन से इंटेस्टाइन को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है और शरीर ब्लोटिंग, पेट दर्द, कब्ज और एसिडिटी से मुक्त हो जाता है। इसमें मौजूद डाइजेस्टिव एजांइम्स से बॉवल मेंवमेंट नियमित बना रहता है। 

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गले की खराश होगी दूर

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एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर सेंधा नमक गले खराब का आसान उपाय है। गुनगुने पानी में सेंधा नमक मिलाकर गार्गल करने से गले में बढ़ने वाली खराश कम होने लगती है। इससे गले में बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होने वाले दर्द से भी राहत मिल जाती है। रोज़ाना गार्गल करने से मौसमी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है।

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वेटलॉस में मददगार

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सेंधा नमक का सेवन करने से शरीर में सोडियम बढ़ने का खतरा कम हो जाता है, जिससे वॉटर रिटैंशन से राहत मिलती है। वॉटर रिटेंशन से शरीर के वज़न में उतार चढ़ाव आने लगता है। ऐसे में शरीर में हेल्दी वेट मेंटेन करने से के लिए सेंधा नमक को आहार में अवश्य शामिल करें।

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