By Jyoti Sohi
Published Dec 23, 2024
सर्दियों कें मौसम में अधिकतर लोग मूली को कच्चा खाने के अलावा परांठों और सब्जी बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। विटामिन मिनरल और पोटेशियम से भरपूर मूली का इस्तेमाल करने के बाद अक्सर लोग इसके पत्तों को फेंक देते हैं। मगर इन पत्तों सक तैयार जूस शरीर को पोषण और स्वाद देनों चीजें प्रदान करने में मदद करता है। जानते हैं मूली के पत्तों से तैयार होने वाले जूस के फायदे।
त्वचा के ग्लो को बढ़ाए
एंटीऑक्सीडेंटस और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर मूली के पत्तों से तैयार जूस का सेवन करने से त्वचा पर बढ़ने वाली ऑक्सीडेटिव तनाव से राहत मिलती है। इससे शरीर में विटामिन सी की कमी पूरी होती है, जिससे कोलेजन का स्तर बढ़ने लगता है और स्किन इलास्टीसिटी मेंटेन रहती है। त्वचा के ग्लो को बनाए रखने के लिए इसे आहार में शामिल करें।
ब्ल्ड शुगर लेवल को करे नियंत्रित
मूली के पत्तो में फाइबर और ग्लूकोसाइनोलेट्स और आइसोथियोसाइनेट्स जैसे बायो एक्टिव कंपाउड की उच्च मात्रा पाई जाती है। इससे ब्लड में ग्लूकोज़ के एबजॉर्बशन को धीमा करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ग्लाइसेमिक इंडैक्स लो होने से भी शुगर का स्तर नियंत्रित बना रहता है। इसे जूस, सब्जी और चटनी के रूप में आहार में शामिल किया जा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को करे नियंत्रित
आहार में मूली के पत्तों के जूस को शामिल करने से शरीर को पोटेशियम की प्राप्ति होती है। इससे ब्लड प्रेशर उचित बना रहता है। वहीं कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा को भी नियंत्रित किया जा सकता है। इससे हृदय रोगों के खतरे से बचा जा सकता है और शरीर स्व्स्थ व एक्टिव बना रहता है। साथ ही शरीर में ब्लड का सर्कुलशन उचित बना रहता है।
इम्यून सिस्टम को करे बूस्ट
इससे शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की मात्रा को रेग्यूलेट करने में मदद मिलती है, जिससे संक्रमण के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन सी की मात्रा के चलते मौसमी बदलने से बढ़ने वाली खांसी, जुकाम और एलर्जी की समस्या हल हो जाती है। इसके सेवन से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में भी मदद मिलती है।
डाइजेशन को करे बूस्ट
मूली के पत्तों से शरीर को फाइबर की प्राप्ति होती है। इससे बार बार भूख लगने की समस्या हल होने लगती है। इसके अलावा आंत का स्वास्थ्य उचित बना रहता है और गुड बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ने लगती है। शरीर में बढ़ने वाली बेलटिंग, पेट दर्द और कब्ज की समस्या हल होने लगती है। साथ ही बाइल प्रोडक्शन बढ़ने से फैट ब्रेकडाउन में मदद मिलती है।
कैसे करना है तैयार मूली के पत्तों का रस
इसे बनाने के लिए मूली के पत्तों को 2 से 3 बार धो लें। उसके बाद उसे टुकड़ों में काटकर उसे ब्लैंडर में डालें और साथ में 1 इंच अदरक डालें। इसे तैयार करने के बाद इसमें स्वादानुसार काला नमक, काली मिर्च, नींबू का रस और शहद मिला लें। अब इसका सेवन करें।