Healthshots
By Anjali Kumari
Published Feb 21, 2024
एटोपिक डर्मेटाइटिस एक त्वचा रोग है जिसमें बहुत अधिक खुजली होती है। खुजलाने से लालिमा, सूजन, दरारें, साफ तरल पदार्थ निकलना और पपड़ी बनना हो जाती है। इस स्थिति में डॉक्टर से मिलकर सलाह लेना जरूरी है, अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है। किसी भी तरह से इसे हम रेमेडीज की मदद से ट्रीट करने की कोशिश न करें।
रोसैसिया एक दीर्घकालिक बीमारी है जिसके कारण त्वचा लाल हो जाती है और आमतौर पर चेहरे पर फुंसियां निकल आती हैं। इससे त्वचा मोटी हो सकती है और आंखों की समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं। इसके लिए किसी तरह की होम रेमेडीज का प्रयोग न करें। इस परेशानी को लेकर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
सोरायसिस एक त्वचा रोग है जिसमें त्वचा लाल, पपड़ीदार हो जाती है। जिसमें दर्द, सूजन या गर्मी महसूस हो सकती है। हालांकि, ये एक कॉमन परेशानी है, पर फिर भी लोगो को इसे अनट्रीटेड नहीं छोड़ना चाहिए। इसे लेकर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
ये समस्या तब होती है, जब बैक्टीरिया और डेड स्किन सेल्स ऑयल ग्लैंड के कारण त्वचा के पोर्स में एक प्लग से अवरुद्ध हो जाते हैं और एक साथ चिपक जाते हैं और सूज जाते हैं। ये एक्ने का कारण बनता है। ऐसे में स्किन प्रॉब्लम के प्रति सचेत रहना जरूरी है। एक्ने पर लगातार होम रेमेडीज का इस्तेमाल न करें, इससे वे और ज्यादा ट्रिगर हो सकते हैं।
विटिलिगो एक स्किन डिसऑर्डर है जिसके कारण त्वचा पर सफेद रंग के धब्बे नजर आते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपकी त्वचा में रंग बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। विटिलिगो की स्थिति में होम रेमेडीज का इस्तेमाल करने से बचें, क्युकी स्थिति और ज्यादा बिगड़ सकती है। ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
दाद एक फंगल स्किन इन्फेक्शन है, जिसमें खुजली हो सकती है। दाद त्वचा के कई क्षेत्रों पर स्पष्ट केंद्र के साथ एक गोल पैच के रूप में दिखाई देता है। अपने नाम के बावजूद, दाद केवल किसी कीड़े के कारण नहीं होता है। इसके इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।
ड्राई स्किन आपकी त्वचा में बहुत अधिक पानी की कमी का परिणाम हो सकता है। किसी व्यक्ति को पर्यावरणीय कारक जैसे की लो ह्यूमिडिटी या उच्च गर्मी के कारण ड्राई स्किन का अनुभव हो सकता है। इस स्थिति में परतदार, खुरदुरी त्वचा देखने को मिल जाती है, जिसमें पापड़ी पड़ जाती हैं या खुजली होती है। ऐसे में इंतजार करने से बेहतर है डॉक्टर की सलाह लेना।