Healthshots
By Jyoti Sohi
Published Dec 30, 2023
बर्फीली जगहों पर जाने से पहले वहां के तापमान के बारे में जानकारी जुटा लेना बेहद ज़रूरी है। इससे आप बर्फीले तुफानों की चपेट में आने से बच सकते हैं। इसके अलावा उस स्थान का मौसम किन महीनों में ज्यादा खराब और कब सामान्य बना रहेगा इसके बारे में जानकर ही प्लानिंग करें।
अगर आप रोड मार्ग से जाने की तैयारी कर रहे हैं, तो बर्फीली वादियों में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए सही सड़क या रास्ते का चयन करें। खराब मौसम के कारण बदलने वाली परिस्थितियों के मद्देनज़र वैकल्पिक रास्तों की भी जांच करना न भूलें।
पहाड़ों का मौसम तुरंत प्रभाव से बदलने लगता है। वेदर चेंज सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में बर्फीली जगहों पर घूमते व स्कीइंग करने के दौरान परतों में कपड़े पहनना न भूलें। इससे शरीर के अंदर गर्माहट बनी रहती है और मौसम के प्रभाव से बच पाते है।
चाहे मौसम कैसा भी हो, शरीर को डिटॉक्स करने और मौसमी संक्रमण से बचने के लिए वॉटर इनटेक कम न करें। इससे शरीर में निर्जलीकरण की समसरू बढ़ने लगती हैं। पानी को नियमित तौर पर पीएं। इससे शरीर हाइड्रेटरहता है और त्वचा का ग्लो भी बरकरार रहता है।
ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यूवी किरणों का प्रभाव बढ जाता है। ऐसे में स्किन को सन डैमेज से बचाने के लिए सनस्क्रीन को चेहरे और लिप बाम को होंठों पर अप्लाई करें। इससे त्वचा का रूखापन कम होने लगता है। साथ ही टैनिंग की समस्या से भी मुक्ति मिल जाती है।
कड़ाके की ठंड पड़ने के अलावा पहाड़ों पर अचानक बरसात का होना भी सामान्य है। ऐसे में खुद को गीले होने से बचाने के लिए रेनकोट अपने साथ रखें। बर्फीले मौसम में शरीर के गीला होने पर हाइपोथर्मिया या कोल्ड बाइट का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में सूखे कपड़े और जुराबें पहनकर रखें।