भूलकर भी नजरअंदाज न करें पीरियड्स के ये 4 रेड फ्लैग्स
हर महिला के पीरियड्स में कभी न कभी उतार-चढ़ाव जरूर देखने को मिलता है। जैसे की कभी पीरियड्स में लंबा गैप तो कभी समय से पहले पीरियड आ जाना। कई बार असहनीय दर्द का अनुभव करना, हेवी ब्लीडिंग, इत्यादि। हालांकि, इन पीरियड्स रेड फ्लैग को भूलकर भी नजरअंदाज न करें।
Image Credits : Adobestock
प्रेगनेंसी, ब्रेस्टफीडिंग, ईटिंग डिसऑर्डर, ओवरवेट, अंडरवेट, पीसीओएस, यूरिन फाइब्रॉयड, पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज, जरुर से ज्यादा एक्सरसाइज।
Image Credits : Adobestock
इन कारणों से नजर आ सकते हैं रेड फ्लैग
इन कारणों से नजर आ सकते हैं रेड फ्लैग
असहनीय दर्द का एहसास होना
Image Credits : Adobestock
यदि आपका दर्द पीरियड्स के पांचों दिन बना हुआ है और आपको इसे बर्दाश्त करने के लिए पेन किलर दवाइयों की जरूरत पड़ रही है। तो यह एक रेड फ्लैग हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
Image Credits : Adobestock
हैवी ब्लीडिंग होना
Image Credits : Shutterstock
यदि आपका पीरियड फ्लो ज्यादा है और 7 दिन या उससे ज्यादा बना रहता है। तो यह चिंता का विषय हो सकता है। क्योंकि ऐसे में एनीमिया और फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
Image Credits : Shutterstock
अनियमित पीरियड
Image Credits : Adobestock
आमतौर पर 21 दिन से पहले और 35 दिन के बाद पीरियड्स आए तो इसे इरेगुलर पीरियड मानते हैं। अनियमित पीरियड के कई कारण हो सकते हैं, जैसे की प्रेगनेंसी पॉलीसिस्टिक ओवेरियन, एक्सट्रीम वेट, बर्थ कंट्रोल पिल्स, इत्यादि।
Image Credits : Adobestock
ब्लड क्लॉट्स आना
Image Credits : Adobestock
पीरियड्स में ब्लड की कंसिस्टेंसी और रंगत में नजर आने वाले बदलाव एक रेड फ्लैग हो सकते हैं। जरूरत से ज्यादा खून के थक्के आना हार्मोनल डिसबैलेंस और यूटरिन फाइब्रॉयड्स की निशानी हो सकती है।