Healthshots
By Jyoti Sohi
Published May 08, 2024
पोषक तत्वों से भरपूर मिलेट से शरीर को प्रोटीन, फाइबर, सोडियम और कार्ब्स की प्राप्ति होती है। मिलेट्स में सब्जियों को मिलाकर तैयार की जाने वाली वन पॉट रेसिपी से बार बार भूख लगने की समस्या हल हो जाती है। सुबह नाश्ते में इस मूड बूस्ट रेसिपी को शामिल करके डाइजेशन इंप्रूव होने लगता है।
वेटलॉस के लिए किसी हेल्दी और मूड बूस्टर नाश्ते की तलाश कर रही हैं, तो काला चना चाट एक बेहतरीन विकल्प है। काले चनों को भिगोकर या उबालकर उसमें सब्जियों को मिलाकर चाट तैयार कर लें। चने में मौजूद एमिलोज़ कंपाउड ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और हृदय रोगों के खतरे को कम कर देता है।
ओवरनाइट फास्टिंग के बाद हेल्दी नाश्ते के रूप में मूंग दाल उत्तपम का सेवन करना फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस की मात्रा शरीर को मौसमी बीमारियों के खतरे से दूर रखता है। इसके अलावा मूंग की दाल में विटामिन, मिनरल, पोटेशियम और फोलेट की मात्रा पाई जाती है।
सूजी और दही के घोल से तैयार होने वाली रवा इडली में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इस प्रोबायोटिक फूड के सेवन से वेटलॉस में मदद मिलती है और पाचन संबधी समस्याओं का खतरा कम होने लगता है। इस मूड बूस्टर ब्रेकफास्ट को नारियल की चटनी या सांबर के साथ सर्व करें।
शरीर में फाइबर और कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए ओवरनाईट ओट्स एक कारगर उपाय है। ओट्स को दूध में रातभर भिगोकर रखें और फिर सुबी मन मुताबिक फलों को उसमें एड करके हेल्दी ब्रेक्फास्ट के रूप में तैयार कर लें। इससे पउाचन संबधी समस्याएं हल हो जाती है और शरीर अतिरिक्त कैलेरीज से भी बचा रहता है।
पनीर परांठा मूड बूस्ट नाश्ते का एक हेल्दी विकल्प है। परांठे में पनीर की हेल्दी स्टफिंग से शरीर को प्रोटीन की प्राप्ति होती है। इसके अलावा हड्डियों को मज़बूती मिलती है और शरीर दिनभर एक्टिव बना रहता है। परांठे में पनीर के अलावा घर पर पिसे ताज़ा मसालों को एड करके से शरीर का इम्यून सिस्टम भी मज़बूत बनता है।
बोरिंग नाश्ते को हेल्दी और रिफ्रेशिंग बनाने के लिए मूंग दाल के अप्पे को नाश्ते में शामिल कर सकते हैं। उड़द दाल, चावल और पोहे से तैयार होने वाली इस रेसिपी से शरीर को फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल की प्राप्ति होती है। इसके सेवन से एपिटाइट को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
दाल, बेसन और पालक को मिलाकर तैयार किया जाने वाला चीला स्वाद और सेहत से भरपूर होता है। इसे नियमित तौर पर आहार में शामिल करने से शरीर को फाइबर, जिंक और आयरन की प्रापित होती है। इस लो कैलोरी फूड के सेवन से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्रापित होती है।
डाइजेशन को रेगुलेट करने के लिए सैलेड बेहद फायदेमंद साबित होता है। न्यूट्रिशन से भरपूर इस आहार से न केवल बॉवल मूवमेंट नियमित रहता है बल्कि शरीर अपच और एसिडिटी की समस्या से बचा रहता है। मौसमी सब्जियों का मिलाकर इसे तैयार कर सकते हैं।
प्रोबायोटिक से भरपूर दही का सेवन आंत के स्वास्थ्य को उचित बनाए रखने में मदद करता है। इसके लिए एक बाउल योगर्ट में ओट्स और फ्रूटस को मिलाकर वन बाउल रेसिपी को तैयार करें और फिर उसे ब्रेकफास्ट में लें। इससे शरीर को ज़रूरी पोषक तत्वों की प्रापित होती है।