By Anjali Kumari
Published Dec 16, 2024
चेस को दिमाग का खेल कहा जाता है। जिस प्रकार क्रिकेट, फुटबॉल आदि जैसे गेम को फिजिकल फिटनेस के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। ठीक उसी प्रकार चेस को समग्र मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। चेस खेलने का मतलब प्रो प्लेयर होना नहीं है, चेस का कैजुअल मैच भी आपके मेंटल हेल्थ में सुधार कर सकता है। तो चलिए जानते हैं, इसके कुछ खास फायदे।
दूसरों के पर्सपेक्टिव से देखने की क्षमता बढ़ती है
स्टडी की माने तो अन्य बच्चों की तुलना में चेस खेलने वाले बच्चों में पर्सपेक्टिव टेकिंग एबिलिटी जल्दी और इफ्फेक्टिव तरीके से डिवेलप होती है। स्किल्ड चेस प्लेयर्स सामने वाले के चाल चलने से पहले ही उनके नेक्स्ट मूव के बारे में अनुमान लगा सकते हैं। बिहेवियरल साइंटिस्ट इसे “थ्योरी ऑफ माइंड” कहते हैं।
प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स बढ़ती है
चेस का हर एक गेम प्रॉब्लम सॉल्विंग सेशन की तरह होता है। प्रत्येक चाल के लिए खिलाड़ियों को कई संभावित परिणामों और जवाबी चालों का आकलन करने की आवश्यकता होती है, जिससे उन्हें गंभीरता से सोचने और चुनौतियों का अनुमान लगाने के स्किल्स को बढ़ाने में मदद मिलती है।
स्ट्रेस और एंग्जाइटी को कम करता है
चेस खेलते वक्त खिलाड़ियों का फोकस पूरी तरह से बोर्ड पर होता है, जिससे दैनिक तनाव से राहत मिलती है। यहां तक कि चेस का कैजुअल गेम भी आपके विचारों को चैनल करने के लिए एक संरचित वातावरण प्रदान करके चिंता को कम करने में मदद कर सकता है। यह मूड को बढ़ावा देता है और सेरोटोनिन के स्तर को बूस्ट करता है। जिससे मन में शांति की भावना उत्पन्न होती है।
कम हो जाता है डिमेंशिया का खतरा
बढ़ती उम्र के साथ लोगों में डिमेंशिया का खतरा बढ़ने लगता है, ऐसे में जो लोग चेस खेलते हैं, उनमें याददाश्त संबंधी समस्याओं का खतरा कम होता है। स्टडी की माने तो चेस मेंटल कंपलेक्सिटी को फ्लैक्सिबल बनाता है। चेस खेलने से ब्रेन स्ट्रेच करता है। इसे ब्रेन के लिए एक इफेक्टिव एक्सरसाइज के रूप में जाना जाता है।
क्रिएटिविटी बढ़ाए
एक स्टडी में दो ग्रुप को शामिल किया गया जिसमें चेस प्लेयर्स के ग्रुप का स्कोर काफी ज्यादा हाई था, और वहीं उनके एक्टिविटी करने की क्रिएटिविटी भी काफी अलग थी। अन्य बच्चों की तुलना में सभी चेस प्लेयर्स ने क्रिएटिव थिंकिंग के साथ जवाब दिया। इस प्रकार जो लोग नियमित रूप से या कैजुअल चेस गेम खेलते हैं, उनकी क्रिएटिविटी अधिक होती है।
मेमोरी इंप्रूव करता है
ज्यादातर चेस प्लेयर्स की मेमोरी अन्य लोगों की तुलना में काफी ज्यादा मजबूत होती है। इस गेम को खेलने के लिए अलग-अलग कॉन्बिनेशनस और मूव्स को याद रखने की क्षमता होना जरूरी है। की गई एक स्टडी के अनुसार चेस खेलने वाले व्यक्ति में किसी भी चीज को आसानी से और सही ढंग से याद रखने की क्षमता होती है। वहीं नॉन चैस प्लेयर्स कहीं न कहीं कुछ चीजों को भूल जाते हैं।