By Jyoti Sohi
Published Dec 20, 2024
बर्पीज़ एक फुल बॉडी वर्कआउट है। इससे पाचन संबधी समस्याओं को दूर करने के अलावा हृदय रोगों का जोखिम भी कम हो जाता है। इस हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ की मदद से शरीर में जमा चर्बी को बर्न करने में भी मदद मिलती है। इससे बैली फैट को कम करके थाइज़ और आर्म्स के मसल्स को टोन रखने में मदद मिलती हैं। जानते हैं जानते हैं बर्पीज वर्कआउट के फायदे।
वेटलॉस में मददगार
बर्पीज़ कार्डियो और स्ट्रैंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज़ है। इससे शरीर में जमा कैलोरीज़ और फैट्स को बर्न करने में मदद मिलती है। पेट पर जमा चर्बी को दूर करने के लिए दिन में दो बार इसका अभ्यास फायदेमंद साबित होता है। इससे शरीर दिनभर एक्टिव रहता है और एनर्जी का स्तर उचित बना रहता है।
पाचनतंत्र को बनाए मज़बूत
बर्पीज से मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ने लगता है और पाचनतंत्र को भी मज़बूती मिलती है। इससे डाइजेशन बूस्ट होता है और शरीर हेल्दी बना रहता है। वे लोग जो ब्लोटिंग, अपच और पेट दर्द से परेशान रहते है, उन्हें इस हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ का दिन में दो बार अभ्यास अवश्य करना चाहिए।
हृदय रोगों के खतरे को करे कम
नियमित रूप से बर्पीज़ का अभ्यास करने से हार्ट रेट नियंत्रित रहता है और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम हो जाता है। इस कार्डियो एक्सरसाइज़ की मदद से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ने लगता है, जिससे हृदय रोगों से बचा जा सकता है। इसकी शुरूआत धीमी गति से करें और फिर शरीर की क्षमता के अनुसार समय बढ़ाएं।
बॉडी की स्ट्रेंथ को बढ़ाए
बर्पी की मदद से शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ने लगता है और ऐंठन से राहत मिलती है। इससे शरीर में रक्त का प्रवाह उचित बना रहता है, जिससे बॉडी में बढ़ने वाली कमज़ोरी और थकान को दूर करने में मदद मिलती है। मसल्स को टोन रखने के लिए इस एक्सरसाइज़ का अभ्यास आवश्यक है।
चोटिल होने के खतरे को करे कम
शरीर में संतुलन की कमी चोट और फ्रैक्चर के खतरे को बढ़ा देती है। ऐसे में बर्पीज़ एक बेहतरीन एक्सरसाइज़ है। इससे कोर मसल्स में स्थिरता बढ़ने लगती है और ओवरऑल हेल्थ को फायदा मिलता हैं। चलने और उठने बैठने में होने वाली तकलीफ से बचा जा सकता है। शरीर को एक्टिव रखने के लिए वर्कआउट रूटीन में बर्पीज़ को शामिल किया जा सकता है।