Healthshots
By Jyoti Sohi
Published Feb 12, 2024
इस सुगंधित जड़ी बूटी को सूंघने भर से शरीर में हैप्पी हार्मोस बढ़ने लगते हैं। इसके अलावा लेमनग्रास टी का सेवन करने से दिमाग को शांति प्राप्त होती है और तनाव की समस्या को दूर किया जा सकता है। सप्ताह में 2से 3 बार इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है।
लेमनग्रास को सुबह उठकर चबाने से ओरल हाइजीन मेंटेन रहती है। साथ ही सांसों की दुर्गंध को दूर किया जा सकता है। इस औषधी को पानी में उबालकर खाली पेट पीना फायदेमंद साबित होता है। इससे मुंह में मौजूद बैक्टीरिया से मुक्ति मिलती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की साल 2012 की एक रिसर्च के अनुसार पेट दर्द, गैस्ट्रिक अल्सर और अपच की समस्या से राहत प्रदान करता है। लेमनग्रास की पत्तियों के तेल से पेट की लाइनिंग को एस्पिरिन और इथेनॉल से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।
लेमनग्रास का नियमित सेवन करने से शरीर में बढ़ने वाले फैट्स को कम करने में मदद मिलती है। लेमनग्रास टी को पीने से पेट की चर्बी बर्न होने लगती है। साथ ही शरीर एक्टिव बना रहता है। लेमनग्रास की मदद से शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद मिलती है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ने लगता है। जर्नल ऑफ एडवांस्ड फार्मास्युटिकल टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च के अनुसार लेमनग्रास के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है।
एंटिफंगल और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुणों से भरपूर लेमनग्राम को चेहरे पर लगाने से एक्ने की समस्या हल होने लगती है। इसके अलावा चेहरे पर सूजन का जोखिम भी कम हो जाता है। इसकी पत्तियों के पानी को टोनर के तौर पर चेहरे पर इस्तेमाल किया जा सकता है।