Healthshots
By Jyoti Sohi
Published Jan 26, 2024
गर्म दूध में केसर को डालकर रखें। जब दूध का रंग बदलने लगे, तो उसमें चंदन पाउडर, खस और मुलेठी पाउडर को मिलाएं। दूसरी तरफ पैन में बादाम और तिल के तेल को गर्म करें और उसमें तैयार सामग्री डालें। कुछ देर पकने के बाद ठण्डा करें और तेल को छालकर कांच की बोतल में निकाल लें।
सर्दी के मौसम में खुष्क त्वचा को हेल्दी और ग्लोई बनाए रखने के लिए कुमकुमादि तेल की थिन लेयर को चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा मॉश्चराइज़ होती है, जिससे स्किन मुलायम नज़र आती है। केसर की गुडलेस से तैयार इस तेल को दिन में दो बार चेहरे पर फिंगर टिप्स की मदद से अप्लाई करें।
त्वचा पर उम्र के साथ दिखने वाली महीन रेखाएं खूबसूरती को कम कर देती हैं। कुमकुमादि तेल को ब्यूटी रूटीन में एड करने से त्वचा दिखने वाली झुर्रियों से राहत मिल जाती है और त्वचा की लोच बरकरार रही है। 2 से 3 मिनट तक हल्के हाथों से ऑयल फेस मसाज करने से स्किन स्वस्थ बनी रहती है।
कुमकुमादि तेल का उपयोग करने से त्वचा पर मौजूद गंदगी और अतिरिक्त तेल अपने आप रिमूव होने लगते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी.बैक्टीरियल गुण त्वचा पर बनने वाले ब्लैकहेड्स की समस्या को रोकता है, जिससे चेहरे को एक्ने का सामना नहीं करना पड़ता।
उम्र के साथ त्वचा पर बढ़ने वाली झाइयों को कम करने के लिए कुमकुमादि तेल का इस्तेमाल करें। इससे चेहरे पर मसाज करने से त्वचा पर ब्लड का प्रवाह नियमित होने लगता है। इससे डेड स्किन सेल्स की समस्या खत्म होती है और त्वचा ब्राइट क्लीन होने लगती है
सूरज की तेज़ किरणों से स्किन में मेलेनिन का प्रभाव बढ़ने लगता है। इससे राहत पाने के लिए कुमकुमादि तेल का प्रयोग बेहद आवश्यक है। इसमें मौजूद अब्जार्बिंग एजेंट स्किन को मॉइश्चराइज़ रखने के अलावा स्किन में कोलेजन की मात्रा को भी बनाए रखता है।