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By Anjali Kumari

Published 15 Feb, 2023

सबसे ज्यादा ट्रेंडिंग सुपरफूड है सेलेरी, जानिए इसके फायदे और इस्तेमाल का तरीका

सेलेरी यानी की अजमोदा की खेती सालों पहले से होती चली आ रही है। अजमोदा का वैज्ञानिक नाम एपियम ग्रेवोलेंस एल है। ये एक बेहद खास जड़ी बूटी है, जिसमें कई चिकित्सीय गुण पाए जाते हैं। वहीं इसे तमाम तरह की स्वास्थ्य समस्याओं में इस्तेमाल किया जाता है। तो आइए जानते हैं, सेलेरी के पोषक तत्वों के साथ इसकी अन्य खास गुणवत्ता।

Image Credits : Adobestock

सिलेरी में विटामिन बी6, विटामिन बी3, विटामिन बी2, विटामिन सी, विटामिन बी1, विटामिन ए और विटामिन के की मात्रा पाई जाती है। वहीं ये पानी, ऊर्जा, प्रोटीन कुल लिपिड, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, सेलेनियम, फोलेट, कोलीन, ल्यूटिन + ज़ेक्सैन्थिन और बीटा कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत है।

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जानें सेलेरी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में

सेलेरी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, वहीं इसमें ऐंटिफंगल प्रॉपर्टी पाई जाती है और ये मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करती है। इसमें एंटीप्लेटलेट और ब्लड क्लॉटिंग एक्टिविटी हो सकती है, क्योंकि इसमें एपिजेनिन होता है। इसके साथ ही इसमें सूजन, दर्द, लालिमा रोकने वाली एक्टिविटी होती है। सेलेरी से बने एसेंशियल ऑयल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीपैरासिटिक गुण पाए जाते हैं।

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क्या बनाता है सेलेरी को अधिक खास

सेलेरी में दर्द कम करने वाले और तंत्रिका-उत्तेजक गुण पाए जाते हैं, जो रूमेटाइड अर्थराइटिस को मैनेज करने में मदद करते हैं। वहीं मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम, पोटाश, नमक और जिंक जैसे मिनरल के सुधार के लिए सहायक हो सकते हैं, जो गाउट और अर्थराइटिस के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।

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अर्थराइटिस की स्थिति में कारगर है

अजवाइन में विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और फ्लेवोनोइड की मात्रा पाई जाती है, लेकिन एक डंठल में कम से कम 12 अलग अलग प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स का एक अच्छा स्रोत है, जिसे डाइजेस्टिव ट्रैक, सेल्स, ब्लड वेसल्स और ऑर्गन में इंफ्लेमेशन को कम करने के लिए प्रभावी माना जाता है।

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एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता

गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी इंफ्लेमेशन संबंधी कई अन्य बीमारियां हैं, जिसमें सेलेरी बेहद फायदेमंद होती हैं। सेलेरी के बीज में लगभग 25 एंटी इनफ्लेमेट्री कंपाउंड पाए जाते हैं, जो शरीर को सूजन से सुरक्षा प्रदान करता है।

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सूजन को कम कर देता है

सेलेरी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज पाई जाती है। ये पोषक तत्व डाइजेस्टिव सिस्टम को सुरक्षा प्रदान करता है,  वहीं अजमोदा पाचन संबंधी समस्याओं में बेहद कारगर साबित हो सकता है। यदि आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान रहती हैं, तो इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

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पाचन क्रिया के लिए फायदेमंद है

अजमोदा पेरासिटामॉल-एक्ट्यूएटेड लिवर के किसी भी नुकसान के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। वहीं इसके हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण इसे अधिक खास बनाते हैं। इसके अलावा, यह पेरासिटामॉल के कारण लिवर के सेल्स में होने वाले परिवर्तनों को उल्टा कर देता है।

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लीवर के लिए कारगर है

सेलेरी को डाइट में शामिल करने के लिए आप इसका जूस तैयार कर सकती हैं। इसके अलावा सेलेरी स्टिक और सेलेरी सूप भी एक अच्छा आईडिया है। सेलेरी फ्राई और रोस्टेड सेलेरी भी एक अलग सा क्रंच जोड़ता है। इसके अलावा सेलेरी को अपने नियमित सलाद में शामिल करें।

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जानें डाइट में कैसे शामिल करना है सेलेरी

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