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By Jyoti Sohi

Published April 24, 2024

वेट लॉस के लिए जरूरी है कार्ब्स में कटौती, यहां है आपके लिए कुछ मददगार टिप्स

एक उम्र के बाद, खासतौर से जब आपका लाइफस्टाइल पहले की तरह एक्टिव नहीं रह जाता, तब आपको आहार में कार्बोहाइड्रेट कम करने की सलाह दी जाती है। इनकी अधिकता वजन बढ़ाने और डायबिटीज का कारण बन सकती है। अगर आपको यह समझ नहीं आ रहा कि कार्ब्स को डाइट में से कैसे कम किया जाए, तो आपकी मदद के लिए हम यहां हैं।

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कार्ब्स इनटेक को कम करने के लिए गेहूं के आटे के स्थान पर मल्टी ग्रेन आटे का इस्तेमाल करें। इससे शरीर को उच्च मात्रा में पोषक तत्वों की प्राप्त होती है। कार्ब्स को नियंत्रित करने के लिए गेंहू के आटे में चने का आटा मिलाकर खाने से शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी पूरा होने के साथ फाइबर की भी प्रचुर मात्रा पाई जाती है।

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चपाती के लिए मल्टी ग्रेन आटे का करें प्रयोग

शरीर को हेल्दी और फिट बनाए रखने के लिए ब्रेकफास्ट मील में प्रोटीन को शामिल करें। इससे कार्ब्स को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही शरीर में जमा होने वाली अतिरिक्त कैलोरीज़ से भी बचा जा सकता है। हेल्दी प्रोटीन विकल्पों के तौर पर बेसन की चीला, अंडा और प्रोटीन शेक को आहार में शामिल करें।

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नाश्ते में सबसे पहले प्रोटीन लें

बार-बार लगने वाली भूख को कम करने के लिए खाना खाने से 30 मिनट पहले पानी पिएं। इससे व्यक्ति को अपनी असल भूख की जानकारी मिल पाती है। पानी पीने के बाद शरीर ज्यादा मात्रा में रोटी और चावल के सेवन से बच जाता है। इससे खुद ब खुद शरीर में कार्ब्स की मात्रा कम होने लगती है।

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खाना खाने से आधा घंटा पहले पानी पिएं

आप रात में जितनी देर तक जागते हैं आपकी क्रेविंग और कार्ब्स के  सेवन की संभावना उतनी ज्यादा बढ़ जाती है। बिंज ईटिंग और मंचिग कैलोरीज़ का लोड बढ़ाती हैं और कार्ब्स का स्तर बढ़ने लगता है। अपने दैनिक आहार में कार्ब्स की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए रात को जल्दी सो जाएं और कम से कम मात्रा में कार्ब्स को एड करें।

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रात को जल्दी सोने की आदत डालें

फ्रुक्टोस, लेक्टोस, सुक्रोज और ग्लूकोज़ भी कार्ब्स इनटेक हैं। इन्हें पीने से शरीर को इंस्टेंट एनर्जी तो मिलती है, मगर शरीर में अतिरिक्त कैलोरीज़ जमा होने लगती है। इसके अलावा टाइप 2 डायबिटीज़ का खतरा भी बना रहता है। इनकी जगह साधारण नींबू पानी, सत्तू ड्रिंक या छाछ का सेवन करें।

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पारंपरिक और हेल्दी ड्रिंक्स का सेवन करें

चिप्स, चॉकलेट और सॉल्टी स्नैक्स की जगह हेल्दी विकल्पों की तलाश करें। दरअसल, कार्ब्स रिच स्नैक्स में लो प्रोटीन और लो फाइबर पाया जाता है। वहीं नट्स, एग्स और मखानों को आहार में शामिल करने से शरीर को हाई प्रोटीन और लो कार्ब की प्राप्ति होती है। इन्हें खाने से लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती।

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मिड मील स्नैक्स को सावधानी से चुनें

ज्यादा मात्रा में शुगर, कॉफी और चीनी का सेवन शरीर में कार्ब्स के इनटेक को बढ़ाने लगता है। ऐसे में आहार में मिठास के लिए मीठी तुलसी और दालचीनी का प्रयोग करें। इससे कार्ब्स की मात्रा घट जाएगी। शुगर ऑलटरनेटिव्स का प्रयोग करने से शरीर को कई समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।

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शुगर इनटेक में कटौती करें

पोषण तत्वों और फाइबर की उच्च मात्रा से भरपूर सब्जियां स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाती हैं। अमेरिकन हेल्थ एसोसिएशन के अनुसार पालक और अरबी के स्थान पर मशरूम, गाजर ब्रोकली, टमाटर और एसपरेगस का सेवन करे। स्टार्च युक्त सब्जियों जैसे आलू, अरबी और भिंडी के सेवन से बचे।

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स्टार्च वाली सब्जियों से बचें