Healthshots
By Smita Singh
Published May 8, 2023
समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मददगार है वाकिंग। हर दिन सिर्फ 30 मिनट वाक करने से कार्डियोवस्कुलर फिटनेस बेहतर होती है। बोंस और मसल्स मजबूत होते हैं।
पैदल चलने से हृदय गति बढ़ती है और हृदय रोग दूर होता है। ब्लड प्रेशर कम होता है। हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, दिन में 30 मिनट चलने पर महिलाएं स्ट्रोक के जोखिम को 20% तक कम कर सकती हैं।
टहलना ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोगों की हड्डियों के नुकसान को रोक सकता है। रजोनिवृत्ति के बाद प्रत्येक दिन 30 मिनट चलने से महिलाओं के हिप फ्रैक्चर का खतरा 40% तक कम हो जाता है।
चलने से शरीर में नेचुरल पेनकिलर एंडोर्फिन निकलता है। लोग दिन के समय जितने अधिक कदम उठाते हैं, उनका मूड उतना ही अच्छा होता है। वे तनाव मुक्त भी होते हैं।
चलने से पैर और पेट की मांसपेशियां टोन होती हैं। बांह की मांसपेशियों में भी ब्लड सर्कुलेशन सुचारू रूप से हो पाता है। यह जोड़ों से दबाव और वजन को मांसपेशियों में स्थानांतरित करता है।
वेट लॉस में मददगार है वाकिंग। 30 मिनट तेज गति से सैर करने से 200 कैलोरी बर्न होती है। नियमित रूप से वाकिंग किया जाये तो बढ़ा हुआ वजन कम हो सकता है।
चलते समय सांस लेने की दर बढ़ जाती है, जिससे ऑक्सीजन रक्त प्रवाह के माध्यम से तेजी से ट्रेवल करती है। यह अपशिष्ट उत्पादों को खत्म करने में मदद करती है और ऊर्जा स्तर बढ़ाती है।
अधिकांश कार्टिलेज में सीधे रक्त की आपूर्ति नहीं होती है। यह संयुक्त तरल पदार्थ से पोषण प्राप्त करता है, जो वॉक करने पर प्रसारित होता है। ब्रिस्क वॉक से ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंच पाते हैं।
वॉकिंग से हमें साउंड स्लीप में मदद मिलती है। एक स्टडी के अनुसार, एक घंटे सुबह सैर करने वाली 50 - 75 वर्ष की महिलाओं में उन महिलाओं की तुलना में अनिद्रा से अधिक राहत पाई, जो नहीं चलती थीं।