By Jyoti Sohi
Published Nov 17, 2024
दिनभर की भागदौड़ और चिंता अक्सर रात की नींद को प्रभावित करने लगती है। इसके चलते नींद की गुणवत्ता कम होने लगती है और उसका असर वर्क प्रोडक्टिविटी पर भी दिखने लगता है। रात की नींद को बेहतर बनाने के लिए तनाव और चिंता को कम करन के अलावा दिनचर्या में कुछ बातों का ख्याल रखना आवश्यक है। जानते हैं कि किन टिप्स को फॉलो करके रात में बढ़ने वाली ओवरथिंकिंग की समस्या को हल किया जा सकता है।
ओवरथिंकिंग का कारण खोजें
बढ़ने वाले तनाव को दूर करने के लिए उसके ट्रिगर प्वाइंट्स को समझना आवश्यक है। इससे समस्या को समझकर हल करने में मदद मिलती है और तनाव को कम किया जा सकता है। ऐसे में हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं और चिंतित करने वाले विचारों का हल खोजें।
मेडिटेशन है ज़रूरी
दिमाग में तेज़ी से दौड़ने वाले विचारों की रोकथाम के लिए मेडिटेशन बेहतरीन विकल्प है। इससे दिमग शांत रहता है और विचारों को एकत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही दिमग में बढ़ने वाले नकारात्मकता को नियंत्रित किया जा सकता है। रात को सोने से 30 मिनट पहले 10 से 15 मिनट के लिए इसका अभ्यास करें।
स्क्रीन टाइम को करें कम
रात को सोने से 1 घंटा पहले मोबाइल यसा अन्य गैजेट्बके इस्तेमाल को बंद कर दें। इससे ब्रेन खुद को नींद के लिए तैयार करने लगता है और स्लीन पैटर्न को फॉलो करने में मदद मिलती है। समय पर सोने से नींद की गुणवत्ता बढ़ जाती है और मानसिक स्वास्थ्य उचित बना रहता है।
सोने का समय तय करें
गहरी और भरपूर नींद पाने के लिए एक नियमित समय तय कर लें। इससे सोने के समय बढ़ने वाली ओवरथिकिंग की समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही शरीर में अन्य समस्याओं के पनपने का खतरा भी कम होने लगता है। स्लीप पैटन फॉलो करने से ब्रेन दिनभर एक्टिव और हेल्दी रहता है।
योगासनों का अभ्यास करें
स्लीप की क्वालिटी को मसल्स रिलैकसेशन की मदद से भी बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए बेड टाइम योगासनों का अभ्यास फायदेमंद साबित होता है। सोने से पहले बालासन, बद्ध कोणासन, विपरीत करणी और आनंद बालासन का अभ्यास करे। इससे शरीर का थकान दूर होती है और मन को शांत किया जा सकता है।