By Anjali Kumari
Published Sep, 2024
एक हैप्पी वीकेंड के बाद मंडे को ऑफिस के नाम से घबराहट और एंग्जाइटी महसूस होना एक कॉमन समस्या है, बहुत से लोग इससे परेशान रहते हैं। इस भावना को मंडे ब्लूज (Monday blues) के नाम से जाना जाता है। मंडे ब्लूज की भावना कुछ समय में खत्म हो जाती है, पर इससे आपके हफ्ते की शुरुआत खराब हो जाती है। इसके साथ ही मंडे की प्रोडक्टिविटी पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। इन परेशानियों से बचने के लिए हम लाएं हैं, 5 इफेक्टिव टिप्स, जो मंडे ब्लूज से ओवर कम करने में आपकी मदद करेंगे।
संडे ही नहीं, मंडे भी एंजॉय करें
यदि मंडे के दिन आप परेशान नहीं रहना चाहती हैं, तो कुछ ऐसी चीजों में व्यस्त रहें जिसे करने से आपको अच्छा महसूस होता है। ऑफिस मे ब्रेक लेकर अपने ऑफिस कलीग से बातें करें या फिर सभी साथ मे लंच करें। ये छोटी-छोटी चीजें आपको मंडे ब्लूज से दूर रहने मे मदद करेंगी।
वीकेंड पर न बिगाड़ें अपनी स्लीप साईकल
ज्यादातर लोग छुट्टी के नाम पर रविवार को देर रात तक जागते हैं। ऐसे में दिनचर्या में बेवजह बदलाव लाने और 7 से 8 घंटे की पूरी नींद न ले पाने के कारण आपको मंडे ब्लूज का सामना करना पर सकता है। छुट्टियों के दिन पर नियमित रूप से सोने के समय से 1 घंटे से ज्यादा देरी न करें, अन्यथा अगले दिन परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मंडे ब्लूज के कारणों का पता करें
मन को शांत रखें और समझने की कोशिश करें कि आप मंडे से क्यों घबराती हैं। इस बात का भी पता लगाएं की आखिर मंडे से नाखुश रहने का कारण आपका काम है या ऑफिस का कोई इंसान? सही वजह मालूम होने पर आप उसपर काम करना शुरू करें, और उसे सकारात्मक तरीके से डील करने की कोशिश करें। मंडे ब्लूज में सभी के अपने अलग ट्रिगर्स होते हैं।
वीकेंड्स शुरू होने से पहले कर लें मंडे की तैयारी
यदि आप खुलकर वीकेंड्स इंजॉय करने के साथ ही मंडे ब्लूज से बचना चाहती हैं, तो इसका एक सबसे अच्छा उपाय है, मंडे की प्री प्लानिंग करना। यदि आप फ्राइडे या सैटरडे को मंडे की वर्क प्लानिंग कर लेती हैं, तो ऐसे में आपके ऊपर सोमवार की सुबह किसी तरह का प्रेशर नहीं रहेगा। प्रेशर न होने से आप बेहतर महसूस कर सकती हैं।
जितना हो सके पॉजिटिव चीजों पर ध्यान दें
सकारात्मक विचार आपको हर परिस्थिति से लड़ने में मदद करते हैं। इसलिए हफ्ते शुरुआत करते हुए ऑफिस हो या घर का काम खुद को पूरी तरह सकारात्मक रखने का प्रयास करें। पॉजिटिव रहने के लिए सुबह उठते के साथ अपने पसंदीदा गाने सुन सकती हैं। वहीं मेडिटेशन, योग या एक्सरसाइज जैसी शारीरिक गतिविधियों में भाग ले सकती हैं। सबसे अहम अपने परिवार के साथ कुछ देर बैठें।