By Jyoti Sohi
Published Jan 09, 2025
सर्दी के मौसम में इम्यून सिस्टम कमज़ोर होने लगता है, जिससे लगातार खांसी, जुकाम और बुखार की समस्या बनी रहती है। बार बार खांसी आने से गले में रूखापन बढ़ने लगता है। गले में बढ़ने वाले संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ आसान नुस्खों की मदद ली जा सकती है। जानते हैं लगातार आने वाली खांसी को नियंत्रित करने वाले उपाय।
अदरक और शहद
एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर अदरक में जिंजरोल तत्व पाया जाता है। इसके अर्क का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। लगातार आने वाली खांसी को कम करने के लिए आधा चम्म्च अदरक के रस में 3 से 4 बूंद शहद को मिलाएं और उसका सेवन करें।
तुलसी और लौंग का पानी
एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर तुलसी से गले में बढ़ने वाले संक्रमण की रोकथाम की जा सकती है। वहीं लौंग से भी शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है। इसके लिए तुलसी की पत्तियों के साथ 1 से 2 लौंग लेकर उबालें। पानी को छानकर उसमें चुटकी भर दालचीनी मिलाकर पीएं।
दालचीनी का काढ़ा पीएं
आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर दालचीनी में इम्यूनिटी बूस्टिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। बार बार आने वाली खांसी से छुटकारा पाने के लिए चुटकी भर दालचीनी पाउडर, सौंफ और अदरक को पानी में डालकर उबालें और कुछ देर उबलने के बाद छानकर पी लें।
हल्दी और काली मिर्च
एंटी इंफलामेटरीए एंटी बैक्टीरियल और एंटी सेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी गले के संक्रमण को दूर करने में मदद करती है। अपर रेस्पीरेटरी कंडीशन से राहत पाने के लिए कच्ची हल्दी को पानी में डालकर उबालें और उसमें एक चुटकर काली मिर्च मिलाकर उबालें। अब उसे छानकर पी लें। आप चाहें, तो इसमें शहद को मिलाएं।
सौंफ और मुलेठी
खांसी से राहत पाने के लिए एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर मुलेठी के पाउडर में सौंफ के पाउडर को मिलाएं। अब इसमें पिसी हुई मिशरी को एड करके पाउडर तैयार कर लें। लगातार आने वाली खांसी को दूर करने के लिए इसका सेवन करे। इससे गल में बढ़ने वाले दर्द से भी राहत मिलती है।
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