By Jyoti Sohi
Published Oct 14, 2024
अचानक ठोकर लगने या फिर चकरा कर गिर जाने से पैर में मोच का सामना करना पड़ता है। मोच आने पर राइस थेरेपी की मदद ली जाती है। इसके चलते रेस्ट, आइस थेरेपी, हॉट कंप्रेशन और एलिवेशन की मदद ली जाती है, ताकि पैर में बढ़ने वाली सूजन और दर्द से राहत पाई जा सके। इसके अलावा कुछ आसान घरेलू नुस्खे भी मददगार साबित हो सकते हैं।
लौंग का तेल
लौंग के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है, जो मोच में कारगर साबित होता है। रात को सोने से पहले पैरों में तेल की मसाज करके कोई कपड़ा बांध लें। इससे पैर में बढ़ने वाली सूजन से राहत मिलती है और दर्द कम होने लगता है। दिन में दो बार तेल को पैर पर लगाने से मोच की समस्या हल होने लगती है।
कैस्टर ऑयल
हर्बल ऑयल में सूजनरोधी गुण पाए जाते है। शरीर में बढ़ने वाली दर्द और सूजन को कम करने के लिए केस्टर ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। इससे पैर में होने वाला दर्द कम हेने लगता है। इसे लगाने से पैर को गर्माहट मिलती है, जिससे ब्लड का सर्कुलेशन नियमित होने लगता है। इसे लगाने के लिए बाउल में पानी डालें और उसमें कैस्टर ऑयल की बूदें डालें। अब कपड़े को भिगोकर पैर पर लगाएं।
एप्सम साल्ट
एप्सम साल्ट यानि मैग्नीशियम सल्फेट पैर में मोच को दर्द को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए गुनगुने पानी में एप्सम साल्ट को डालें और अच्छी तरह से घोल लें। अब पैर को डुबोकर रखें और कुछ देर बार उसे कपड़े से लपेट लें। इससे पैरों के दर्द को कम किया जा सकता है।
चूने और हल्दी का लेप लगाएं
सीमित मात्रा में चूना लें और उसमें एक चुटकी हल्दी मिला ले। अब इसमें आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर इसका लेप तैयार कर लें। इसे पैर पर लगाएं और 10 मिनट तक लगा रहने दें। उसके बाद गुनगुने पानी में तौलिए या कपड़े को भिगाकर पैर को साफ करे। इससे पैर का दर्द कम होने लगता है।
हल्दी वाला दूध पिएं
पैर में आने वाली मोच से बचने के लिए हल्दी एक कारगर उपाय है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व सूजनरोधी गुणों से भरपूर है। ऐसे में दूध में चुटकी भर हल्दी मिलाकर पीने से शरीर में होने वाली दर्द को कम किया जा सकता है। इसके अलावा शरीर में संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को भी कम किया जा सकता है।