Healthshots
By Anjali Kumari
Published June 15th, 2024
जायफल में कई ऐसे कंपाउंड मौजूद होते हैं, जो शरीर मे एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट सेल्स को डैमेज करने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाव का काम करता है। वहीं शरीर में फ्री रेडिकल्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनता है। जिस वजह से कई गंभीर बीमारियां जैसे कि कैंसर, हार्ट डिजीज, होने का खतरा बढ़ जाता है।
इन्फ्लेमेशन हार्ट डिजीज, डायबिटीज, गठिया जैसी विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जन्म दे सकता है। जायफल को लेकर प्रकाशित एक डेटा के अनुसार जायफल में मोनोटेर्पेन्स, जिसमें सैबिनिन, टेरपिनोल और पिनीन जैसी एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं।
जायफल में एंटी बैक्टीरियल इफ़ेक्ट होता है, जो संक्रमण फैलाने वाले हानिकारक बैक्टीरिया को रोकते हैं। जायफल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल इफेक्ट कैविटी और मसूड़ों में सूजन पैदा करने वाले बैक्टीरिया से बचाव में मदद करते हैं। जायफल ओरल हेल्थ से जुड़े संक्रमण में काफी कारगर होता है।
जायफल में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जिसे डाइजेस्टिव हेल्थ को बनाए रखने के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व के रूप में जाना जाता है। यदि जायफल का सेवन सही तरीके से किया जाए तो यह आपके पेट के लिए काफी फायदेमंद होता है। यदि इसे केक, पेस्ट्री, जैसे मीठे पदार्थों के साथ लिया जाए, तो यह डाइजेशन की समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए इसे खाने के तरीकों पर भी खास ध्यान दें।
यदि आप इनसोम्निया की समस्या से ग्रसित हैं, तो जायफल का सेवन आपकी नींद की गुणवत्ता और समय दोनों को बढ़ा देता है। यदि आपको नींद नहीं आती है, तो जायफल आपके लिए मददगार हो सकता है।