Healthshots
By Anjali Kumari
Published 29, oct 2023
सरसों के साग में मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी को बूस्ट करते हुए सेल्स को डैमेज नहीं होने देती। यह शरीर को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए तैयार करती है, साथ ही वायरल इंफेक्शन, सर्दी खांसी और फ्लू में कारगर होती है।
सरसों के साग में फोलेट की भरपूर मात्रा पाई जाती है, वहीं इसके सेवन से शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सीमित रहती है। शरीर में फोलेट की उचित मात्रा होमोसिस्टीन एकम्यूलेशन से बचाव करते हैं, जो कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के एक सामान्य रिस्क फैक्टर्स में शामिल हैं।
सरसों के साग में डाइटरी फाइबर मौजूद होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने के साथ-साथ हेल्दी बॉडी वेट मेंटेन करने में मदद करते हैं। वहीं यह पाचन क्रिया को भी संतुलित रखते हैं, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है। खास कर ठंड के मौसम में सरसों के साग का सेवन शरीर को गर्म रखता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के साथ सरसों का साग शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करता है। साथ ही यह शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकालता है, जिससे कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं होती। वहीं यह केमिकल्स और हैवी मेटल को शरीर में न्यूट्रलाइज कर देता है।
आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए शरीर में विटामिन ए की उचित मात्रा होना महत्वपूर्ण है। सरसों के साग में विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो आपकी आंखों को स्वस्थ रखते हैं, और रोशनी को भी बढ़ावा देते हैं।