ब्लड प्यूरीफाई करने से लेकर सांस की बीमारियां दूर करने तक, जानिए सहजन की फली के स्वास्थ्य लाभ
सांभर की महत्वपूर्ण सामग्री है सहजन की फलियां, जिन्हें अंग्रेजी में ड्रमस्टिक भी कहा जाता है। लंबी, आकर्षक ये फलियां न केवल हर तरह के खाने का स्वाद बढ़ा सकती हैं, बल्कि आपको कई स्वास्थ्य लाभ भी देती हैं। आइए जानते हैं सहजन यानी ड्रमस्टिक को आहार में शामिल करने के फायदे।
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ये आपकी गट हेल्थ के लिए अच्छा है
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सहजन में फाइबर एक और बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो आपके मल त्याग को सही रखने में मदद करता है। इसके अलावा, उनमें अन्य बी विटामिन जैसे नियासिन, राइबोफ्लेविन और विटामिन बी 12 भी होते हैं, जो गैस्ट्रिक समस्याएं को दूर रखता है।
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खून को साफ करने में मददगार
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सहजन में मौजूद एंटीबायोटिक एजेंट ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं, जिससे रक्त में ऑक्सीजन के स्तर में भी सुधार होता है। अधिक ऑक्सीजन का अर्थ है खून का क्ववैलिटी का अच्छा होना।
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ये श्वसन संबंधी बीमारियों को दूर करता है
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सहजन सांस की बीमारी से बचाव में काफी मददगार होती है। कोविड काल में जब लोगों को सांस की समस्या होती थी तो कई लोग सहजन का इस्तेमाल करना पसंद करते थे। सहजन के सूजन-रोधी गुण बहुत मददगार साबित होते है।
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ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है
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सहजन में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होते है, जिसका अर्थ है कि वे रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। मधुमेह वाले व्यक्तियों या इस स्थिति के विकसित होने के जोखिम वाले लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद बनाता है। इसमें मौजूद फाइबर रक्तप्रवाह में ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करके शुगर को नियंत्रित करता है।
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पाचन स्वास्थ्य बढ़ाता है
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सहजन फाइबर से समृद्ध है, जो कब्ज को रोककर, गट नियमितता में सुधार करता है। यह स्वस्थ गट बैक्टीरिया के विकास का समर्थन करके पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह डायवर्टीकुलिटिस और कोलोरेक्टल कैंसर जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिस्ऑर्डर के खतरे को कम कर सकता है।