By Jyoti Sohi
Published Jan 23, 2025
सर्दी के मौसम में जोड़ों के दर्द की समस्या बनी रहती है। ऐसे में घुटनों की मोबिलिटी को बढ़ाने के लिए योगाभ्यास कारगर उपाय है। ऐसे में मलासन का अभ्यास कारगर साबित होता है। इसके अलावा नियमित रूप से मलासन करने से शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है और हार्मोनल संतुलन भी बना रहता है। जानते हैं मलासन के अन्य फायदे।
हार्मोनल संतुलन को बनाए रखता है
हार्मोनल इंबैलेंस के चलते अनियमित पीरियड साइकल का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मलासन का अभ्यास करने से एंडोक्राइन सिस्टम को उत्तेजित करने में मदद करता हैं। इसकी मदद से शरीर में बढ़ने वाली पीसीओडी और मोटापे की समस्या को दूर करने में मदद करती है।
तनाव कम होने लगता है
योगाभ्यास से शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा मानसिक स्वास्थ्य को उचित बनाए रखने में भी मदद मिलती है। दरअसल, मलासन का अभ्यास तनाव को कम करने में फायदेमंद साबित होता है। दरअसल, शरीर में तनाव का स्तर बढ़ने से उसका प्रभाव याददाश्त और फोकस करने की क्षमता पर दिखने लगता है।
फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाना
दिनभर बैठ कर कार्य करने से शरीर में स्टिफनेस बढ़ने लगती है। ऐसे में मलासन का अभ्यास करने से पेल्विक फ्लोर, कमर और पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों में दर्द से राहत मिलती है। इससे शरीर में बढ़ने वाली थकान, आलस्य और दर्द से भी राहत मिलती है।
डाइजेशन को करे बूस्ट
पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए मलासन का अभ्यास आवश्यक है। इससे खाना खाने के बाद ब्लोटिंग और पेट में दर्द की समस्या से बचा जा सकता है। सुबह खाली पेट इस योग मुद्रा का अभ्यास करने से डाइजेस्टिव एंजाइम उत्तेजित होने लगते है, जिससे पाचन तंत्र को बढ़ावा मिलता है।
लंग्स की कपेसिटी में लाए सुधार
इसके अभ्यास से शरीर में ब्लड का सर्क्ुलेशन बढ़ने लगता है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ने लगता है। शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ना लंग्स की कपेसिटी में सुधार लाता है। इससे मौसमी संक्रमण का प्रवाह भी कम होने लगता है।
जानें कैसे करें मलासन
मलासन को माला आसन और स्क्वाट पोज़ भी कहा जाता है। इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद घुटनों के बल बैठ जाएं। इस दौरान हिप्स को ज़मीन पर लगाने से बचें। इस दौरान दोनों हाथों को सामने की ओर लेकर आएं और उन्हें जोड़ें। शरीर की क्षमता के अनुसार इस मुद्रा में बने रहें।