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By Jyoti Sohi

Published April 28, 2024

World Dance Day: दिनभर में 30 मिनट थिरकने से शरीर को मिल सकती है कई समस्याओं से मुक्ति

योग और मॉडरेट एक्सरसाइज़ के अलावा डांस शरीर को एक्टिव और फिट बनाए रखने में मदद करता है। उम्र चाहे कोई भी हो, दिनभर में कुछ देर किया जाने वाला डांस शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को उचित बनाए रखने में मदद करता है। वर्ल्ड डांस डे पर जानें दिनभर में 30 मिनट थिरकने के फायदे।

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वर्ल्ड डांस डे की शुरूआत युनेस्को इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट की इंटरनेशनल डांस कमिटी की ओर से सन् 1982 में की गई थी। दरअसल, 29 अप्रैल 1727 को बैले डांसा फ्रांसीसी जीन जॉर्ज नोवरे का जन्म हुआ था। उन्हीं की स्मृति में इस दिन को मनाया जाता है। इस साल वर्ल्ड डांस डे की थीम डांस फ्यूचर डेवल्पिंग जीम टरेडिशन एंड एक्सपेंडिंग द बाउंडरीज़ है।

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वर्ल्ड डांस डे क्यों मनाया जाता है

डांसिंग मूव्स मांसपेशियों को मज़बूती प्रदान करने के अलावा चेहरे पर खुशी का कारण साबित होते हैं। इसके चलते शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं, जिससे दिनभर की चिंताओं और तनाव दूर होने लगता है। डांस करने से व्यक्ति खुद को रिलैक्स महसूस करने लगता है।

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मेंटल हेल्थ करे बूस्ट

दिनभर में 30 मिनट डांस करने से शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती है। इससे बेली फैट के अलावा थाइज़ और बाजूओं पर जमा चर्बी को बर्न करने में भी मदद मिलती है। रोज़ाना डांस करने से शरीर फिट, एक्टिव और एनर्जेटिक बना रहता है।

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वेटलॉस में मददगार

लगातार बैठने से शरीर के पोश्चर में बदलाव महसूस होने लगता है। शरीर के पोश्चर को सुधारने के लिए बॉडी मूवमेंट आवश्यक है। सीढ़ियां चढ़ने उतरने, वॉक और हाई इंटैसिटी एक्सरसाइज़ के अलावा दिनभर में 30 मिनट डांस स्टेप्स करने से शरीर संतुलित बना रहता है।

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बॉडी के पोश्चर में सुधार

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजिंग के मुताबिक डांस करने से याददाश्त, एकाग्रता और सोचने समझने की क्षमता बढ़ने लगती है। कॉगनीटिव परफार्मेंस मेंटेन रहने से व्यक्ति को किसी कार्य में फोक्स करने में परेशानी नहीं आती है और बार बार भूलने की समसया भी हल हो जाती है।

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ब्रेन को रखे एक्टिव

ब्रिटिश हार्ट फाउनडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक 48ए000 लोगों पर किए गए सर्वे में पाया गया कि जो लोग मॉडरेट डांसिग को रूटीन में शामिल करते हैं, उन लोगों में हृदय रोगों से मृत्यु का खतरा घट जाता है। साथ ही डांसर्स में 46 फीसदी कार्डियोवसकुलर डेथ का जोखिम नहीं रहता है।

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हृदय रोगों का खतरा होगा कम

नेशनल ओस्टियोपिरोसिस फाउंडेशन के अनुसार डांसिंग बोन डेंसिटी को बिल्ड करने में मदद करता है। रोज़ाना डांस करने वाले लोग बार बार चोटिल होने और फ्रेक्चर के जोखिम से बच जाते हैं। इससे हड्डियों को मज़बूती मिलती है और शरीर एक्टिव व हेल्दी बना रहता है।

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हड्डियों को बनाए मज़बूत

वे लोग जो नियमित रूप से डांस करते हैं, उनका शरीर फिट और हेल्दी रहने के साथ मांइड एक्टिव रहता है। ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की भावना बढ़ने लगती है और वो हर चैलेंज को एक्सेप्ट करने के लिए तैयार रहते हैं। इससे उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को फायदा मिलता है।

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आत्मविश्वास में बढ़ोतरी