Healthshots
By Anjali Kumari
Published Sep 17, 2023
अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए डिलीवरी के बाद के पूरे हफ्ते पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें। कुछ देर अपने पार्टनर या परिवार के अन्य सदस्य से बच्चे की देखभाल को कहे और शरीर को आराम दें। ऐसा करने से आपको जल्दी रिकवर करने में मदद मिलेगी क्युकी डिलीवरी के बाद की छोटी सी लापरवाही बड़ी परेशानियां खड़ी कर सकती है।
डिलीवरी के बाद रिकवर होने और खुद को हील करने के लिए हेल्दी डाइट मेंटेन करना बेहद महत्वपूर्ण है। भरपूर मात्रा में अनाज, फल और सब्जियों का सेवन करें। साथ ही प्रोटीन लेना जरूरी है। फ्लूइड इंटेक भी बढ़ाने की आवश्यकता होती है, खासकर यदि आप ब्रेस्टफीडिंग करवा रही हैं तो।
डिलीवरी के पहले हफ्ते स्थाई रूप से बैठी न रहें, आराम के साथ शरीर को थोड़े समय के लिए एक्टिव रखें। चाहे तो खुले वातावरण में जैसे कि गार्डन में वॉक कर सकती हैं। यदि गार्डन नहीं है तो घर के अंदर टहलने का प्रयास करें। पोस्टपार्टम डिप्रेशन आपको किसी भी वक्त अपना शिकार बना सकता है, इन गतिविधियों में भाग लेने से आपके ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और आप जल्दी रिकवर कर पाती हैं।
डिलीवरी के तुरंत बाद भूल कर भी भारी सामान न उठाएं, खासकर यदि सी सेक्शन डिलीवरी हुई है तो इस गतिविधि से पूरी तरह परहेज करें। इसके अलावा प्रेगनेंसी के बाद कम से कम 7 दिन सीढ़ियां चढ़ने से बचें, मजबूरी में जितनी हो सके उतनी कम सीढ़ियां चढ़े कोशिश करें कि आप इसे अवॉइड कर सकें।
पोस्टपार्टम पीरियड में आपको लोगों की आवश्यकता होती है। बच्चे का डायपर बदलना हो या बच्चे के लिए खाना तैयार करना हो, वहीं भूख लगने पर या किसी चीज की आवश्यकता होने पर परिवार के सदस्यों से खुलकर मदद मांगे। इस दौरान आपको सबसे अधिक आवश्यकता अपने पार्टनर की होती है, डिलीवरी के बाद कम से कम 7 दिन तक उन्हें अपने साथ रहने को कहें।
डिलीवरी के बाद किसी भी महिला को सबसे अधिक जरूरत उसके पार्टनर की होती है। मां बनने के बाद अक्सर महिलाएं अपने पार्टनर के साथ बहुत कम समय व्यतीत कर पाती हैं, ऐसे में दोनों लोग यह सुनिश्चित करें कि आप एक दूसरे के साथ पर्याप्त समय व्यतीत कर रहे हैं। ऐसा करने से पोस्टपार्टम एंजायटी और डिप्रेशन का खतरा कम हो जाता है।