Healthshots
By Anjali Kumari
Published July 07, 2023
बरसात में ह्यूमिडिटी के कारण सभी ओर फंगस और बैक्टीरिया ग्रो करना शुरू कर देते हैं, ऐसे में कहीं भी बाहर से आने के बाद हाथ और पैर को अच्छी तरह से धोएं। इसके अलावा यदि घर पर भी हैं तो एक उचित समय अंतराल पर हाथ और पैर को जरूर धोएं।
नहाने या पैर और हाथ को धोने के बाद खुद को पूरी तरह से ड्राई किए बिना कपड़ा न पहने। यदि आप गीले शरीर का कपड़ा पहन लेती हैं तो त्वचा और कपड़ा दोनों में लंबे समय तक नमी बरकरार रहती है, ऐसे में बैक्टीरिया और फंगस ग्रोथ होना शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से स्किन इरिटेशन और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
बरसात के मौसम में अपने कपड़े, साबुन और अन्य हाइजीन प्रोडक्ट्स को दूसरों के साथ शेयर न करें। इस मौसम संक्रमण का खतरा अधिक होता है ऐसे में आपके द्वारा बरती गई छोटी सी लापरवाही भी आपको बुरी तरह से संक्रमित कर सकती है।
बरसात के मौसम में सिंथेटिक कपड़े न पहने। इस दौरान कॉटन के ढीले ढाले कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। सिंथेटिक कपड़े स्किन पोर्स को सांस नहीं लेने देते और त्वचा पर जमा पसीना और नमी स्किन पर लंबे समय तक बनी रहती है, जिसकी वजह से स्किन इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
बरसात के मौसम में कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज रखने की आवश्यकता होती है क्योंकि इनके कारण संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अधिक गर्म और मसालेदार भोजन से दूर रहें। इनकी जगह डाइट में फल, सब्जी, योगर्ट, बादाम, लहसुन, ब्राउन राइस, ओट्स इत्यादि को शामिल करें।
बरसात के मौसम में अक्सर कपड़े पूरी तरह से सूख नहीं पाते और इनमें नमी बरकरार रहती है, ऐसे में इन कपड़ों को पहनने से पहले इन्हें अच्छी तरह से सुखाना महत्वपूर्ण है। यदि धूप नहीं निकल रही है तो अपने कपड़ों को पहनने से पहले प्रेस कर लें ताकि इनकी नमी निकल जाए।