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By Jyoti Sohi

Published July 11, 2024

किडनी में पथरी का संकेत हो सकता है शरीर के इस हिस्से में होने वाला दर्द, जानिए इसके और भी लक्षण

किडनी स्टोन यानि गुर्दे की पथरी एक दर्दनाक समस्या है। आहार, डिहाइड्रेशन, पारिवारिक इतिहास और कुछ चिकित्सीय स्थितियां इस समस्या के जोखिम को बढ़ा देती हे। सबस्टेंस क्रिस्टलाइजेशन के कारण किडनी में स्टोन बनने लगते हैं। जानते हैं किन संकेतों से पता लगाएं कि आप है किडनी स्टोन का शिकार।

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किडनी स्टोन किसे कहते हैं

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गुर्दे की पथरी यानि किडनी स्टोन नमक और मिनरल्स का जमाव होता है जो शरीर में कैल्शियम, सोडियम, यूरिक एसिड और ऑक्सालेट जैसे पदार्थों की मात्रा ज्यादा होने पर बनने लगती है। ये पदार्थ किडनी में क्रिस्टल के रूप में इकठ्ठा होने लगते हैं।

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कमर, पीठ और पेट में दर्द

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गुर्दे की पथरी गंभीर दर्द का कारण बनने लगती है। जब किडनी स्टोन्स नैरो यूरेटर यानि मूत्रमार्ग में पहुंचते है, तो उससे किडनी पर दबाव बनने लगता है। इसके चलते कमर, पीठ और पेट में गंभीर दर्द का सामना करना पड़ता है। ये दर्द बार बार जाकर वापिस लौटता है।

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यूरिन के दौरान जलन

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किडनी स्टोन जब यूरेटर और ब्लैडर के मध्य पहुंच जाता है, तो यूरिनेशन के दौरान दर्द महसूस होने लगेगा। इसे डिसुरिया कह सकता है। यूरिन पास करते वक्त तेज दर्द और जलन महसूस होने लगती है। समय पर इसकी जांच और उपचार से यूटीआई के खतरे से बचा जा सकता है।

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बार बार यूरिन पास करना

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किडनी के यूरिनरी टरैक के लोअर पार्ट पर पहुंचने से बार बार यूरिन पास करने की समस्या बढ़ जाती है। इस समस्या से ग्रस्त लोगों को दिन के अलावा रात को भी यूरिनेशन की समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे यूटीआई की समस्या भी बढ़ जाती है।

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यूरिन में ब्लड का नज़र आना

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गुर्दे की पथरी से ग्रस्त ज्यादातर लोगों को यूरिन के दौरान ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को हेमट्यूरिया कहा जाता है। इससे यूरिन का रंग गुलाबी या लाल लगने लगता है। ये समस्या धीरे धीरे बढ़ने लगती है।

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