Healthshots

By Sandhya Singh

Published Oct 15, 2023

नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 अवतारों से सीखें लाइफ के लिए जरूरी 9 मंत्र

नवरात्रि का पर्व आने वाला है और माता दुर्गा के 9 अवतारों का पूजन भी शुरू होने वाला है। मां दुर्गा के 9 अवतार हमें जीवन के बारे में बहुत जरूरी संदेश देते हैं। खास कर महिलाओं को अपने जीवन में ये मंत्र  जरूर अपनाने चाहिए। क्योंकि मां दुर्गा शक्ति का प्रतीक है और महिलाओं को कैसे अपने अपने आप को स्ट्रांग बनाना है ये संदेश भी देता है।

Image Credits : Shutterstock

माता के इस अवतार की पूजा नवरात्रि के पहले दिन होती है। यह अवतार दृढ़ संकल्प और शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। माता का ये रूप यह सबक देता है कि विपरीत परिस्थितियों और चुनौतियों के बावजूद भी अपने विश्वासों और लक्ष्यों पर दृढ़ रहना चाहिए।

Image Credits : Shutterstock

विपरीत परिस्थितियों में भी दृढ़ रहें : माता शैलपुत्री

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन की  जाती है। यह रूप आत्म-नियंत्रण, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। यह माता अपने जीवन में धैर्य और अनुशासन का अभ्यास करने, और ईमानदारी के साथ अपने चुने हुए मार्ग पर खुद को समर्पित करने का संदेश देतीं है।

Image Credits : Shutterstock

अपनी राह खुद चुनें : ब्रह्मचारिणी

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है। यह रूप सौम्य और सेल्फ केयर करने के साथ-साथ आपके लिए जो महत्वपूर्ण है उसकी रक्षा करने के लिए तैयार रहने के बारे में है। अपनी देखभाल और सुरक्षात्मक प्रवृत्ति को संतुलित करें।

Image Credits : Shutterstock

सेल्फ केयर और सेफ्टी हो प्राथमिकता : चंद्रघंटा

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के चौथे दिन की जाती है। यह रूप रचनात्मकता और सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है। अपनी रचनात्मक क्षमता का सही तरह से उपयोग करें। साथ ही दूसरों की की भलाई में योगदान दें।

Image Credits : Shutterstock

बॉडी पॉजिटिविटी और आत्मविश्वास :  कुष्मांडा

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के पांचवे दिन की जाती है। यह अवतार मातृ प्रेम और परिवार के महत्व का प्रतीक है। इस रूप से सबक मिलता है कि अपने पारिवारिक बंधनों और रिश्तों को संजोएं और उनकी रक्षा करें।

Image Credits : Shutterstock

हर मां है बेस्ट : स्कंदमाता

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के छठे दिन की जाती है। कात्यायनी माता साहस और निडरता की प्रतीक है। आपको इस अवतार से संदेश मिलता है कि चुनौतियों का डटकर मुकाबला करें और जो सही है उसके लिए खड़े रहें।

Image Credits : Shutterstock

चुनौतियों का डटकर मुकाबला करें : कात्यायनी

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के सातवें दिन की जाती है। यह रूप विनाश की शक्ति और बाधाओं को दूर करने की क्षमता का प्रतीक है। यह रूप सबक देता है कि जो अब आपके लिए उपयोगी नहीं है उसे छोड़ दें। अपने डर का सामना करें।

Image Credits : Shutterstock

जो बुरा है उसे छोड़ दें : कालरात्रि

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के आठवें दिन की जाती है। महागौरी पवित्रता और क्षमा का प्रतिनिधित्व करती है। यह रूप बताता है कि विचारों को अच्छा रखें और आंतरिक शांति पाने के लिए दूसरों को क्षमा करें।

Image Credits : Shutterstock

माफ करना भी है ताकत का प्रतीक : महागौरी

माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के नौंवे दिन की जाती है। यह रूप इच्छाओं की पूर्ति और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक है। यह रूप बताता है कि आध्यात्मिकता की ओर बढ़े और दूसरों की मदद करने के लिए अपने ज्ञान और क्षमताओं का उपयोग करें।

Image Credits : Shutterstock

स्किल और शक्तियों की शेयरिंग : सिद्धिदात्री