Healthshots
By Anjali Kumari
Published Oct 25, 2023
कोको पाउडर का उचित इस्तेमाल हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व सहित इसकी प्रॉपर्टीज इसे हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए खास बना देती है।
कोको पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट, फ्लेवनल्स और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है। यह सभी पोषक तत्व ब्लड सर्कुलेशन को बूस्ट करते हैं, और हार्ट स्ट्रोक के खतरे को कम कर देते हैं। वहीं पॉलीफेनॉल शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटा देता है, जिससे आर्टिरीज में किसी प्रकार का ब्लॉकेज नहीं होता।
कोको में मौजूद प्रॉपर्टीज ब्लड फ्लो को बढ़ावा देती हैं, जिससे कि ब्लड की पर्याप्त मात्रा मस्तिष्क तक पहुंच पाती है। वहीं ब्रेन स्वस्थ और एक्टिव रहता है। ऐसे में उम्र के साथ होने वाली याददाश्त संबंधी अल्जाइमर जैसी समस्याएं आपको परेशान नहीं करती।
यदि आप अपनी डाइट में कोको के स्वस्थ विकल्पों को शामिल करती हैं, तो यह पाचन क्रिया को भी बढ़ावा देता है। कोको में मौजूद फ्लेवनल्स प्रोबायोटिक की तरह काम करते हैं, जिससे कि पाचन क्रिया अधिक सक्रिय रहती है। इसका सेवन आंत में मौजूद बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखता है।
कोको में मौजूद पॉलीफेनॉल मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करते हैं। साथ ही साथ ये वेट लॉस को भी प्रमोट करते हैं। इसके साथ ही कोको पाचन क्रिया को संतुलित रखता है जिसकी वजह से भी असमान्य रूप से शरीर पर फैट जमा नहीं होता। मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए अब कोको के किसी भी स्वस्थ विकल्प को ले सकती हैं।
कोको में फिनायथायलेमाइन नामक मूड एनहांसिंग केमिकल पाया जाता है। यह केमिकल बॉडी में एंडोर्फिन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जो दो व्यक्ति के बीच के अफेक्शन को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही साथ यह सेक्सुअल हार्मोन को भी बूस्ट करता है और यह दोनों फैक्टर सेक्स लाइफ के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
डार्क चॉकलेट के अलावा आप कोको को चॉकलेट शेक, कोको शेक, कोको स्मूदी, कुकीज, बार्स, पुडिंग के साथ ही अपने फ्रूट सैलेड के ऊपर स्प्रिंकल कर डाइट में शामिल कर सकती हैं।