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By Jyoti Sohi

Published July 28, 2024

Headache in monsoon : बरसात के मौसम में सिरदर्द बढ़ा देते हैं ये 5 कारण

बरसात के मौसम में जहां शरीर बैक्टीरियल इंफेक्शन और इंचिंग से परेशान रहता है, वहीं सिरदर्द की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। वातावरण में बढ़ने वाले दबाव से स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव दिखने लगता है, जिससे सिरदर्द की समस्या बढ़ जाती है। जानते हैं मानसून के दिनों में किन कारणों से बढ़ जाती है सिरदर्द की समस्या।

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डिहाइड्रेशन का बढ़ना

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मौसम में बढ़ने वाली ह्यूमिडिटी से बार बार पसीने की समस्या का सामना करना पड़ता है, जो शरीर में डिहाइड्रेशन का कारण बन जाता है। शरीर में बढ़ने वाली निर्जलीकरण की समस्या के चलते सिरदर्द बढ़ने लगता है। इसके लिए नियमित रूप से पानी का सेवन करना चाहिए, ताकि शरीर में पानी का स्तर मेंटेन रहे।

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तापमान में आने वाला बदलाव

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बारिश के बाद तुरंत बढ़ने वाली गर्मी से शरीर पर इसका गहरा प्रभाव बढ़ता है। इससे ब्रेन में ऑक्सीजन का रिलीज़ कम होने लगता है जिससे सिरदर्द की समस्या बढ़ जाती है। दरअसल, मानसून में अक्सर ब्रेन केमिकल सेरोटोनिन का असंतुलन बढ़ जाता है, जिससे सिरदर्द की शिकायत बढ़ जाती है।

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एयर प्रेशर की समस्या

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वातावरण में एयर प्रैशर कम होने से ब्लड वेसल्स पर उसका प्रभाव दिखने लगता है। एयरप्रेशर में कमी से कोशिकाएं संक्रचित होने लगती है, जिससे घबराहट, चिड़चिड़ापन, तनाव और सिरदर्द का सामना करना पड़ता है। वायुमंडलीय दबाव से कानों में इन्नर प्रेशर बढ़ने लगता है, जो सिरदर्द का कारण साबित होता है।

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तनाव का सामना करना

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मौसम में अचानक आने वाला बदलाव तनाव की समस्या को बढ़ा देता है। ब्रेन सेल्स में बढ़ने वाले असंतुलन के चलते इस समस्या का सामना करना पड़ता है। बारिश के बाद बढ़ती गर्मी के चलते सिर में अचानक होने वाली जकड़न तनाव को बढ़ाने लगती है। इसके अलावा कैफीन का अत्यधिक इनटेक भी तनाव को बढ़ाता है, जिससे सिरदर्द बढ़ जाता है।

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एलर्जी और साइनस का सामना करना

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बारिश के मौसम में अक्सर लोगों को एलर्जी और साइनस की समस्या का सामना करना पड़ता है। इससे सिरदर्द ट्रिगर होने लगता है। पर्यावरण में बढ़ने वाले पॉल्यूटेंटस से जुकाम, गले में खराश और बार बार छींक आती है, जिससे सिरदर्द की समस्या बढ़ जाती है। धूल के कणों से बचने के लिए घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का प्रयोग अवश्य करें।

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