By Jyoti Sohi
Published Aug, 2024
अचानक से सीने में महसूस होने वाला दर्द चिंता का कारण बनने लगता है। अधिकतर लोग इसे हार्ट अटैक से जोड़कर देखने लगते हैं। मगर कई कारणों से छाती में भारीपन की शिकायत का सामना करना पड़ता है। इसके चलते बेचैनी, थकान, सांस लेने में तकलीफ और पसीना आने लगता है। जानते हैं किन कारणों से चेस्ट हेवीनेस का सामना करना पड़ता है।
हृदय संबधी समस्याओं का जोखिम
ब्लड वेसल्स में होने वाली ब्लॉकेज को एनजाइना कहा जाता है। ऐसी स्थिति में छाती में दर्द और भारीपन महसूस होता है। शरीर में ब्लड का फ्लो कम होने से ये समस्या बढ़ने लगती है। कोरोनरी आर्टिरीज ब्लॉक होने से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का खतरा
खाना खाने के बाद एसिड रिफ्लक्स और चेस्ट में जलन महसूस होने से भारीपन की समस्या बढ़ने लगती है। इसके चलते खाना निगलने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। दरअसल, एसोफेगस एक मस्क्युलर टयूब है, जो पेट और माउथ से जुड़ी है। इसमें एसिड का प्रवाह बढ़ने से चेस्ट हेवीनेस बढ़ जाती है।
रेस्पिरेटरी समस्याएं बढ़ जाना
अस्थमा के चलते सांस लेने में होने वाली तकलीफ के अलावा चेस्ट टाइटनेस और नेस का खतरा बना रहता है। इसके अलावा न्यूमोथोरैक्स और पल्मोनरी हाइपरटेंशन के चलते भी शरीर में एयर प्रैश्र बढ़ने लगता है, जिससे आर्टरीज़ प्रभावित होती है और सीने में भारीपन की समस्या बढ़ जाती है।
तनावग्रस्त होना
किसी कारणवश बढ़ने वाली एंग्ज़ाइटी और तनाव चेस्टपेन की समस्या को बढ़ा सकता है। दरअसल, तनाव के कारण शरीर में एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन रिलीज़ होने लगते है। इसके चलते हृदय गति और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है।
मसल्स में खिंचाव का बढ़ना
किसी एक्सरसाइज़ को करने या भारी सामान उठाने से छाती की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होने लगता है। इससे सीने में दर्द और हेवीनेस का सामना करना पड़ता है। इससे सांस फूलने लगता है और घबराहट का सामना करना पड़ता है।