By Anjali Kumari
Published Nov 23, 2024
पानी फल सिंघाड़ा यानी की वॉटर चेस्टनट सर्दियों का एक बेहद खास सुपरफूड है। इसमें भरपूर मात्रा में पानी होता है, साथ ही यह कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का भी एक अच्छा स्रोत है। सर्दियों में इसका सेवन तमाम तरह की समस्याओं से राहत प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकता है। तो चलिए जानते हैं, इस खास "विंटर सुपरफूड्स" के कुछ महत्वपूर्ण फायदे।
वेट लॉस को बढ़ावा दे
पानीफल सिंघाड़े में पर्याप्त मात्रा में पानी पाया जाता है। साथ ही इसमें कैलरी की सीमित माता मौजूद होती है। सिंघाड़े का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और बार बार भूख नहीं लगने देता। इस प्रकार आपको अधिक खाने की इच्छा नहीं होती और आपका वजन नियंत्रित रहता है।
पाचन स्वास्थ्य को रखे दुरुस्त
पानी फल सिंघाड़ा फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत है, जो पाचन क्रिया की सेहत को बनाए रखने में आपकी मदद करता है। फाइबर अधिक पानी सोखता है, जिस वजह से मल को बाहर निकालना आसान हो जाता है। सर्दियों में यह आपके बॉवेल मूवमेंट को नियमित रहने में मदद करता है।
सूजन और दर्द से दिलाये राहत
पानी फल में मौजूद फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले बॉडी डैमेज को रोकते हैं। पानीफल में पेन रिलीविंग इफेक्ट मौजूद होता हैं, और यह जोड़ों के दर्द आदि जैसी समस्याओं में कारगर होता है। यह पेट के अल्सर से लेकर फीवर, स्किन इरिटेशन तक की समस्या से निजात पाने में मददगार हो सकता है।
संतुलित रहता है ब्लड शुगर लेवल
पानीफल में फाइबर, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखते हुए डायबिटीज मैनेजमेंट में मदद कर सकते हैं। यदि आपको डायबिटीज है, तो इस फल को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। यह ब्लड शुगर स्पाइक का कारण नहीं बनता।
स्किन इलास्टिसिटी को बनाए रखे
सिंघाड़े में मौजूद विटामिन सी त्वचा स्वस्थ को बढ़ावा देती हैं। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो कोलेजन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक संतुलित कोलेजन प्रोडक्शन, स्किन इलास्टिसिटी को बनाए रखने के साथ ही त्वचा पर एंटी एजिंग प्रभाव डालते हैं।
जानें पानी फल सिंघाड़ा को डाइट में शामिल करने का तरीका
इसे कच्चा खा सकती हैं, ऐसे में इसके सभी पोषक तत्व सीधा शरीर में लगते हैं। पानीफल को सुखाकर इसका आटा बनाकर हलवा और अन्य व्यंजनों को बनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं। पानीफल को उबाल कर, भून कर, ग्रिल कर के और इसका अचार बना कर खा सकती हैं।