By Jyoti Sohi
Published Jan 07, 2025
महिलाओं में बढ़ने वाली यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन की समस्या को दूर करने के लिए क्रैनबेरी जूस पीने की सलाह दी जाती है। इसमें मौजूद तत्वों की मदद से बैक्टीरिया को ब्लैडर की वॉल्स पर चिपकने से रोका जा सकता है। इससे यूटीआई के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। जानते है क्रेनबेरी का सेवन करने से शरीर को मिलने वाले फायदे।
यूटीआई के जोखिम को करे कम
क्रैनबेरी में एंथोसायनिडिन और प्रोएन्थोसाइनिडिन जैसे कंपाउड पाए जाते हैं। इसके सेवन से माइक्रोब्स के प्रभाव से शरीर को बचाकर इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाए रखने में मदद मिलती है। जूस की फॉर्म में इसका सेवन करने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है, जिसे शरीर में इंफ्लामेशन को कम किया जा सकता है।
किडनी को करे डिटॉक्स
क्रैनबेरी का सेवन करने से शरीर को विटामिन सी की प्राप्ति होती है। इससे किडनी में मौजूद विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करके बॉडी फंक्शनिंग को उचित बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे किडनी स्टोन की समस्या हल होने लगती है। इसके लिए क्रैनबेरी जूस और क्रैनबेरी टी का सेसवन फायदेमंद साबित होता है।
इम्यून सिस्टम को बनाए मज़बूत
क्रैनबेरी या करौंदे का सेवन करने से शरीर को फैट सॉलयूबल एंटी ऑक्सीडेंटस की प्राप्ति होती है। इसके अलावा शरीर को विटामिन सी, ई और के की प्रचुर मात्रा में प्राप्ति होती है। विटामिन सी का उच्च स्तर त्वचा और मसल्स को हेल्दी बनाता है। इसमें मौजूद एसकॉर्बिक एसिड शरीर को संक्रमण से मुक्त रखने में मदद करता है।
हृदय रोगों के खतरे को करे कम
इसमें मौजूद एंथोसायनिन, प्रोएन्थोसाइनिडिन और क्वेरसेटिन की मात्रा हृदय रोगों के जोखिम को कम कर देती है। दरअसल, क्रैनबेरी जूस या चाय का सेवन करने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाते हैं।
पेट के अल्सर से राहत
क्रैनबेरी में मौजूद ए टाइप प्रोएंथोसायनिडिन की मदद से शरीर में हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद मिलती है। ये पेट की लाइनिंग से अटैच होकर अल्सर का कारण साबित होता है। दरअसल, क्रैनबेरी जूस इस बैक्टीरिया के विकास को रोकने में प्रोबायोटिक्स जितना ही प्रभावी साबित होता है।