By Jyoti Sohi
Published Sep, 2024
गरम मसालों में से एक काली मिर्च खाने में घुलते ही स्वाद बढ़ाने के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होती है। हल्का तीखा स्वाद लिए हुए काली मिर्च को सब्जियों के अलावा फलों पर भी टेस्टमेकर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद गुण डाइजेशन को बूस्ट करने के साथ जोड़ों के दर्द को भी कम करते हैं। जानते हैं काली मिर्च के अन्य फायदे।
डाइजेशन को करे बूस्ट
काली मिर्च में मौजूद पोषक तत्व पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड को उत्तेजित करने में मदद करते है। इससे पाचन में मदद मिलती है और ब्लोटिंग व अपच का खतरा कम होने लगता है। इसमें मौजूद कार्मिनेटिव गुण गुड बैक्टीरिया की मात्रा को बढ़ाकर गट हेल्थ को मज़बूत बनाते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंटस की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिसकी मदद से शरीर में टॉक्सिन्स को दूर करने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एंक्टिव कंपाउड व्हाइट ब्लड सेल्स की मात्रा को बढ़ा देते हैं। इससे शरीर को किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया का सामना करने में मदद मिलती है। इसके अलावा फ्री रेडिकल्स से बढ़ने वाले सेलुलर डैमेज को रोका जा सकता है।
मेंटल हेल्थ को करे बूस्ट
काली मिर्च में पिपेरिन नामक तत्व पाया जाता है। इससे सेरोटोनिन और डोपामाइन की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। दरअसल, इन न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को नियंत्रित रखने से मूड स्विंग से बचा जा सकता है और कॉग्नीटिव फंक्शन भी उचित रहते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को करे कम
काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन कंपाउड पाया जाता है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है। पिपेरिन की मदद से ब्लड सेल्स में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को भी कम करने में मदद मिलती है। इसके नियमित सेवन से हार्ट अटैक और स्ट्रोक समेत कई समस्याओं का खतरा कम होने लगता है।
ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद
दांतों में बढ़ने वाले दर्द और मसूढ़ों में बढ़ने वाली सूजन को दूर करने के लिए काली मिर्च बेहद फायदेमंद साबित होती है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण सांस की दुर्गंध से छुटकारा दिलाती है। इसमें मौजूद कैल्शियम, पोटेशिमय और सिलेनियम की मात्रा दांतों को मज़बूती प्रदान करती है।